नई दिल्लीः Amritpal Singh Oath असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को सांसद पद की शपथ लेने के लिए जेल से बाहर आएंगे। कोर्ट ने इसके लिए उन्हें 4 दिनों की पैरोल दी है। हालांकि कोर्ट ने उन्हें कुछ शर्तों के पालन करने के निर्देश दिए हैं। खालिस्तानी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने लोकसभा चुनाव में पंजाब की खडूर साहिब सीट से निर्दलीय जीत दर्ज की है।
Amritpal Singh Oath पांच जुलाई को अमृतपाल सिंह शपथ लेगा। वह डिब्रूगढ़ जेल से ही सीधे संसद में जाएगा और वहीं लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के कमरे में वह शपथ लेगा। जेल में बंद रहने के दौरान ही उन्होंने खडूर साहिब की सीट से आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा को 1.97 लाख वोटो से हराया था। सांसद बनने के बाद उनके अमृतपाल सिंह के प्रवक्ता राजदेव सिंह खालसा और उनके वकील ईमान सिंह खारा उसे शपथ दिलाने के लिए मांग कर रहे थे। इस संबंधी अमृतपाल सिंह की तरफ से जेल सुपिरटेंडेंट को भी शपथ दिलाने के लिए पत्र लिखा गया था।
यह पत्र जेल सुपरिटेंडेंट की तरफ से अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर को भेजा गया। यहां से पंजाब सरकार और उसके पश्चात पंजाब सरकार ने लोकसभा स्पीकर को यह पत्र भेजा था। डिप्टी कमिश्नर की तरफ से ही सारी जांच प्रक्रिया पूरी करने के बाद इसकी सिफारिश की गई थी। जिसके पश्चात लोकसभा स्पीकर की तरफ से इसकी मंजूरी दी गई है। डिप्टी कमिश्नर घनशाम थोरी का कहना है कि चार दिन का पैरोल सांसद अमृतपाल को दिया गया है। इसकी सभी शर्ते भी डिब्रूगढ़ जेल को भेज दी गई है।
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