कोझिकोड (केरल), 19 सितंबर (भाषा) केरल महिला आयोग ने वैवाहिक विवाद को दूर करने और मजबूत पारिवारिक संबंधों को बढ़ावा देने के मकसद से बृहस्पतिवार को एक प्रस्ताव दिया जिसमें कहा गया है कि युगल के लिए आधिकारिक तौर पर विवाह का पंजीकरण कराने से पहले स्थानीय निकाय स्तर पर विवाह पूर्व परामर्श अनिवार्य किया जाए।
आयोग ने यह सिफारिश इसलिए की ताकि प्राप्त शिकायतों में उजागर होने वाले वैवाहिक समस्याओं के मूल कारणों का समाधान किया जा सके।
आयोग अध्यक्ष पी सतीदेवी ने कोझिकोड में एक जिला-स्तरीय बैठक के बाद इस तरह के हस्तक्षेप की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया। उनके अनुसार, कई शिकायतें परिवार और वैवाहिक गतिशीलता के संबंध में पति-पत्नी के बीच समझ की कमी की ओर इशारा करती हैं, जो अकसर घरेलू विवाद का कारण बनती हैं।
भाषा संतोष अमित
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