वायनाड, 24 जनवरी (भाषा) केरल में वायनाड जिले के मनंतावडी गांव के प्रियदर्शिनी एस्टेट में शुक्रवार सुबह एक बाघ के हमले में 47 वर्षीय महिला की मौत हो गई, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
अधिकारियों ने बताया कि बाघ के हमले में जान गंवाने वाली महिला की पहचान अनुसूचित जाति की राधा के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि बाघ ने महिला पर सुबह उस समय हमला किया जब वह बागान में काम कर रही थीं।
केरल के वन मंत्री एके ससीन्द्रन द्वारा विधानसभा में दावा किए जाने के अगले दिन यह घटना हुई। ससीन्द्रन ने कहा था कि राज्य में मानव-पशु संघर्ष में कमी आ रही है और सरकार इस पर प्रभावी कार्रवाई कर रही है।
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा की जाएगी और बाघ को मार दिया जाएगा या फिर पकड़ लिया जाएगा।
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओआर केलू जब इलाके का दौरा करने आए तो स्थानीय लोगों ने उनके सामने प्रदर्शन किया।
बाद में, मंत्री ने यहां संवाददाताओं को बताया कि इलाके के लोगों की मांग के अनुसार बाघ को मारने या पकड़ने का आदेश जारी किया गया है।
इसके अलावा, सुबह-सुबह काम पर जाने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इलाके में त्वरित कार्रवाई बल (आरआरटी) की टीमें तैनात की जा रही हैं।
केलू ने यह भी कहा कि इलाके में बाड़ लगाने की परियोजना को मंजूरी दी गई है और उन्होंने इसके लिए धनराशि भी आवंटित की गयी है लेकिन इसे अब तक लागू नहीं किया जा सका क्योंकि कई दौर की निविदा प्रक्रिया के बाद भी काम करने के लिए कोई व्यक्ति नहीं मिल पाया।
उन्होंने कहा कि परियोजना को जल्द से जल्द लागू करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
केलू ने कहा कि इसके अलावा, पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी का मुद्दा जल्द ही मंत्रिमंडल के समक्ष रखा जाएगा और उन्हें 11 लाख रुपये का मुआवजा भी दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 11 लाख रुपये में से पांच लाख रुपये शुक्रवार को दिए जाएंगे।
मंत्री के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने दिया।
इस बीच, कांग्रेस महासचिव और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा ने महिला की मौत पर शोक व्यक्त किया और कहा कि जंगली जानवरों के हमलों की समस्या का स्थायी समाधान खोजने की तत्काल आवश्यकता है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “राधा की दुखद मौत से मैं बहुत दुखी हूं, जिन्हें मनंतावडी के पंचराकोली में फसल काटते समय बाघ ने मार डाला। उनके परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। इस गंभीर मुद्दे के हल के लिए स्थायी समाधान की तत्काल आवश्यकता है।”
भाषा जितेंद्र अविनाश
अविनाश
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)