केरल में एम. टी. वासुदेवन नायर के निधन पर शोक |

केरल में एम. टी. वासुदेवन नायर के निधन पर शोक

केरल में एम. टी. वासुदेवन नायर के निधन पर शोक

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Modified Date: December 26, 2024 / 03:22 PM IST
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Published Date: December 26, 2024 3:22 pm IST

(तस्वीरों सहित)

कोझिकोड (केरल), 26 दिसंबर (भाषा) प्रख्यात संगीतकार एम. टी. वासुदेवन नायर के निधन पर केरल में शोक व्यक्त किया गया और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन तथा अन्य प्रमुख हस्तियों के साथ आम नागरिकों ने यहां उनके आवास पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

बुधवार को एम.टी. के निधन की खबर फैलते ही सभी वर्गों के लोग प्रसिद्ध लेखक की अंतिम झलक पाने के लिए उनके आवास पर उमड़ पड़े।

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सुबह करीब 10 बजकर 40 मिनट पर एम.टी. के घर पहुंकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और इसके बाद उनके परिजन से मिलकर उन्हें सांत्वना दी।

मुख्यमंत्री के साथ मंत्री पी. ए. मोहम्मद रियाज, ए. के. ससींद्रन, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव एम. वी. गोविंदन और पूर्व मंत्री ई. पी. जयराजन भी मौजूद रहे।

विजयन ने कहा कि जिस प्रतिभा ने मलयालम साहित्य को विश्व साहित्य में अग्रणी स्थान दिलाया था, वासुदेवन नायर के निधन से उसे हमने खो दिया है।

विजयन ने एक बयान में कहा, ‘‘यह न सिर्फ केरल के लिए बल्कि मलयालम साहित्य की दुनिया के लिए भी एक अपूरणीय क्षति है।’’

प्रसिद्ध लेखक टी. पद्मनाभन ने एम. टी. के साथ 1950 में शुरू हुए अपने लंबे जुड़ाव को याद किया।

मूर्तिकार कनयी कुन्हीरमन ने एम. टी. वासुदेवन नायर को एक भाईचारे वाले व्यक्ति और केरल के ‘नवरत्नों’ में से एक के रूप में याद किया।

लेखक आलमकोड लीलाकृष्णन ने एम.टी. द्वारा मलयालम को विश्व की सर्वोत्तम भाषाओं में से एक बनाने के लिए किए गए अथक प्रयासों पर प्रकाश डाला।

मोहनलाल ने कहा, ‘‘एमटी ने मुझे मेरे फिल्मी करियर में कुछ सबसे यादगार किरदार दिए। वह मेरे संस्कृत नाटकों को देखने के लिए मुंबई भी आए और जब भी मैं कोझिकोड जाता था, तो हम मिलते थे।’’

मोहनलाल एम.टी. के निवास ‘सिथार’ में उनके अंतिम दर्शन करने गए, जहां आम लोगों को भी उन्हें अंतिम विदाई देने की अनुमति दी गई।

ममूटी ने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा ‘‘एमटी के दिल में जगह बनाना मेरे करियर में उनका सबसे बड़ा आशीर्वाद था। मैंने ऐसे कई किरदार निभाए जिनमें उनकी आत्मा बसी थी…।’’

एम.टी के साथ ‘कन्याकुमारी’ और ‘मनोरथंगल’ जैसी फिल्मों में काम करने वाले वरिष्ठ अभिनेता और फिल्म निर्माता कमल हासन ने भी अपने प्रिय मित्र के अवसान पर शोक व्यक्त किया।

उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘फिल्म ‘कन्याकुमारी’ के निर्माता के रूप में उनके साथ मेरी दोस्ती 50 साल पुरानी है।’’

एम. टी के साथ मिलकर कई प्रशंसित फिल्मों में काम करने वाले निर्देशक हरिहरन भी उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए भावुक हो गए।

अभिनेत्री मंजू वारियर ने एम.टी की तुलना आधुनिक मलयालम लेखकों के बीच एक आदर्श के समान की। उन्होंने लिखा, ‘‘मलयालम सिनेमा और साहित्य को कालजयी रचनाएं देने के लिए बहुत बहुत आभार।’’

मलयालम अभिनेता और केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने भी एम.टी. को श्रद्धांजलि अर्पित की।

अभिनेता विनीत ने एम. टी. के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे ‘अपूरणीय क्षति’ बताया।

एम.टी. का पार्थिव शरीर शाम चार बजे तक मावूर रोड स्थित सार्वजनिक श्मशान घाट ले जाया जाएगा, जहां शाम पांच बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

भाषा यासिर रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)