तिरुवनंतपुरम, तीन दिसंबर (भाषा) केरल के अलप्पुझा से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एक नेता के पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के कुछ दिनों बाद, मंगलवार को पार्टी के एक अन्य नेता ने भी यही रास्ता अपनाया।
माकपा के सम्मेलनों में गुटीय झगड़ों की खबरों के बीच यह घटनाक्रम हुआ है।
सुबह जैसे ही मधु मुल्लास्सेरी ने पार्टी छोड़ने की घोषणा की, माकपा ने उन्हें अपनी प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया।
इसके तुरंत बाद, केंद्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस एवं पर्यटन राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने मुल्लास्सेरी का भाजपा में स्वागत किया। इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन तथा पार्टी के अन्य नेता भी शामिल हुए।
गोपी ने मुल्लास्सेरी को भगवा रंग का एक शॉल पहनाया, उन्हें शुभकामनाएं दीं और चले गए।
लंबे समय तक माकपा के नेता रहे मुल्लास्सेरी को पार्टी के सिद्धांतों के विपरीत काम करने और सार्वजनिक रूप से पार्टी को बदनाम करने के कारण वामपंथी पार्टी ने निष्कासित कर दिया था।
माकपा के तिरुवनंतपुरम जिला सचिव वी. जॉय ने कहा कि मुल्लास्सेरी को निष्कासित करने का निर्णय लिया गया है, क्योंकि जब वह पार्टी में क्षेत्रीय सचिव थे, तब भी उन्होंने भाजपा से निकटता दिखाई थी और उसके साथ चर्चा कर रहे थे।
जॉय ने दावा किया, ‘‘ मुल्लास्सेरी कुछ मामलों पर भाजपा से सहमत थे।’’
यहां मंगलापुरम में माकपा के पूर्व क्षेत्रीय सचिव और 42 वर्षों तक पार्टी के सदस्य रहे मुल्लास्सेरी ने अपने इस्तीफे के लिए वामपंथी विधायक और जिला समिति के सचिव वी. जॉय को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस पार्टी के लिए मैंने 42 वर्ष काम किया, अब उसे छोड़ने का निर्णय लिया है क्योंकि जिला सचिव वी. जॉय के साथ काम करना कठिन है।’’
मुल्लास्सेरी ने दावा किया है कि जॉय ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया, जो कथित तौर पर पार्टी के भीतर केवल अपने हितों और पदों की परवाह करते हैं। उन्होंने जॉय पर जिला स्तर पर माकपा में विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया।
मुल्लास्सेरी ने एक टीवी चैनल को बताया कि कांग्रेस और भाजपा दोनों के राज्य नेतृत्व ने उनसे संपर्क किया था।
इसके बाद भाजपा के तिरुवनंतपुरम जिला अध्यक्ष वी. वी. राजेश और अन्य पार्टी नेताओं ने सुबह पूर्व माकपा नेता से उनके आवास पर मुलाकात की।
माकपा अलप्पुझा क्षेत्र समिति के सदस्य और कृष्णापुरम डिवीजन का प्रतिनिधित्व करने वाले जिला पंचायत सदस्य बिपिन सी. बाबू 30 नवंबर को भाजपा में शामिल हो गए थे।
भाजपा में शामिल होने के बाद बिपिन ने आरोप लगाया था कि माकपा ने अपना धर्मनिरपेक्ष चरित्र खो दिया है।
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केरल : माकपा के एक अन्य नेता ने पार्टी छोड़ी,…
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