बेंगलुरु, 18 मार्च (भाषा) कर्नाटक के रामनगर जिले में केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी के परिवार द्वारा कथित तौर पर अतिक्रमित 14.04 एकड़ भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए राजस्व विभाग ने मंगलवार को कार्रवाई शुरू की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
केंद्रीय इस्पात और भारी उद्योग मंत्री एवं जनता दल सेक्युलर (जदएस) नेता कुमारस्वामी ने राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा की गई इस कार्रवाई को ‘प्रतिशोध की राजनीति’ करार दिया और कहा कि वह इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने यह जमीन 40 साल पहले खरीदी थी और इस पर 100 से अधिक जांच हो चुकी हैं।
राजस्व विभाग के मुताबिक सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद उसने जिला प्राधिकारियों और पुलिस विभाग के साथ मिलकर, बेंगलुरू से सटे रामनगर जिले के बिदादी के केथागनहल्ली में स्थित कुमारस्वामी के फार्महाउस पर बुलडोजर से कार्रवाई की शुरुआत की।
रामनगर जिले के उपायुक्त यशवंत गुरुकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम यहां (केथागनहल्ली) कुछ जमीनों पर अतिक्रमण से संबंधित उच्च न्यायालय के निर्देश के आधार पर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए काम कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि अतिक्रमण 14 एकड़ से अधिक है, जिसका विवरण अदालत को सौंपा जाएगा।
कुमारस्वामी नयी दिल्ली के लिए उड़ान भरने से पहले बेंगलुरु में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने यह संपत्ति 40 साल पहले खरीदी थी। मैं इस मामले में कानून के दायरे में रहकर लड़ूंगा। किसी को भी चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।’’
अतिक्रमण और कुमारस्वामी के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खरगे ने कहा कि केंद्रीय मंत्री को भूमि के स्वामित्व को साबित करने वाले दस्तावेज प्रस्तुत करने चाहिए।
भाषा धीरज रंजन
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