चिकमगलुरू(कर्नाटक), 11 जनवरी (भाषा) कर्नाटक पुलिस ने चिकमगलुरू के समीप वन क्षेत्र से हथियार और गोलाबारूद बरामद किया है। माना जा रहा है कि ये हथियार हाल ही में आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
हालांकि, पत्रकारों से बात करते हुए चिकमगलुरू के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विक्रम अमाथे ने कहा कि हथियार और गोला-बारूद आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों द्वारा छोड़ा गया था या नहीं, यह जांच का विषय है।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की मौजूदगी में बुधवार शाम उनके गृह कार्यालय ‘कृष्णा’ में छह माओवादियों के समूह ने सरकार के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में श्रृंगेरी से मुंदगारू लता, कलसा से वनजाक्षी बालेहोल, दक्षिण कन्नड़ से सुंदरी कुतलुरु, कर्नाटक के रायचूर से मारेप्पा अरोली, जबकि केरल के वायनाड से एन. जीशा, तमिलनाडु के वेल्लोर से वसंत के शामिल है।
एसपी विक्रम ने बताया, ‘‘कल (शुक्रवार) देर रात जयापुरा थाने में आर्म्स एक्ट 1959 की धारा 3,7,25(1बी) और 25(1ए) के तहत मामला दर्ज किया गया।
उन्होंने कहा कि कोप्पा तालुक के कित्तालेगुली से सटे वन क्षेत्र में जब्त किए गए हथियारों और गोला-बारूद में एक एके-56 राइफल, तीन .303 हथियार, एक 12 बोर एसबीबीएल बंदूक, एक देशी पिस्तौल और इनसे संबंधित 176 गोलियां शामिल हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या बरामद हथियार और गोला-बारूद आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के हैं, उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है और इनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
आत्मसमर्पण के बाद माओवादियों को बेंगलुरु में विशेष राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वे फिलहाल बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा सेंट्रल जेल परिसर में बंद हैं।
सिद्धरमैया ने शुक्रवार को कहा था कि प्राधिकारियों को पता है कि आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के हथियार कहां रखे गए हैं और उचित प्रक्रिया के बाद उन्हें बरामद कर लिया जाएगा।
भाषा यासिर पवनेश
पवनेश
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