नई दिल्लीः Kaali to me is meat-eating निर्देशक लीना मणिमेकलाई की डॉक्युमेंट्री ‘काली’ के पोस्टर पर विवाद खड़ा हो गया है। पोस्टर में मां काली के अवतार में एक्ट्रेस को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है और दूसरे हाथ में उन्होंने एलजीबीटीक्यू का झंडा पकड़ा है, जिस वजह से लीना की चौतरफा आलोचना हो रही है। अब इस विवाद में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ‘काली’ के पोस्टर का बचाव करते हुए उन्होंने कहा,’काली के कई रूप हैं।’ मेरे लिए काली का मतलब मांस प्रेमी और शराब स्वीकार करने वाली देवी है।’ नेता की इस बयान के बाद हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं।
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Kaali to me is meat-eating सिक्किम और भूटान का जिक्र करते हुए टीएमसी सांसद ने कहा कि वहां लोग देवी-देवताओं को शराब आदि चढ़ाते हैं। वहीं, यूपी जैसे राज्यों में आप प्रसाद के तौर पर शराब देने की बात कहें तो वह ईश निंदा होगा। मोइत्रा ने कहा कि कौन कैसे देवी काली को देखता है यह उसकी आस्था पर निर्भर करता है। एक हिंदू होने के नाते वह काली मां को मांसाहारी और शराब स्वीकारने वाली देवी की तरह देखती हैं। वह बोलीं, तारापीठ के आसपास आपको तमाम साधु स्मोक करते हुए दिखेंगे। वो देवी काली को उसी तरह देखते और पूजा करते हैं।
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डायरेक्टर लीना मणिमेकलई के पोस्टर जारी करने के बाद मोइत्रा का यह बयान आया है। पोस्टर को लेकर उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित कई जगह डायरेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्हें गिरफ्तार करने की मांग उठने लगी है। इस मूवी पोस्टर में देवी काली को सिगरेट पीते दिखाया गया है। पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के संदर्भ में मोइत्रा ने कहा कि वह मानती हैं कि आलोचना का अधिकार होना चाहिए। लेकिन, आलोचना के अधिकार और हिंसा को उकसाने में एक लाइन बनी हुई है।