tribal students’s higher education in England
रांची, 21 सितंबर (भाषा) झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के प्रयासों से राज्य के आदिवासी छात्रों का विदेश में शिक्षा लेने का सपना सच होने के कगार पर है क्योंकि सरकारी छात्रवृत्ति पर इंग्लैंड और आयरलैंड में उच्च शिक्षा ग्रहण करने छह आदिवासी छात्रों का पहला समूह इंग्लैंड जाने को तैयार है।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत राज्य के अनुसूचित जनजाति के छह छात्रों का चयन विदेश में पढ़ाई के लिए किया गया है। ये सभी इंग्लैंड और आयरलैंड के विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा ग्रहण करेंगे।
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बृहस्पतिवार 23 सितंबर को रांची में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और मंत्री चंपई सोरेन मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना से लाभान्वित छात्रों एवं उनके माता-पिता को सम्मानित करेंगे।
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उन्होंने बताया कि राज्य सरकार मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत इंग्लैंड एवं आयरलैंड के विश्वविद्यालयों में उच्चस्तरीय शिक्षा (मास्टर डिग्री, एम फिल) के लिए ट्यूशन फीस सहित उनके रहने एवं अन्य खर्च वहन करेगी। इसके लिए प्रति वर्ष झारखण्ड के रहने वाले 10 अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों का चयन किया जाएगा।
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इस कड़ी में पहली बार 6 छात्रों का चयन स्कॉलरशिप के लिए किया गया है जो सितंबर महीने में उच्च शिक्षा हासिल करने इंग्लैंड की 5 विभिन्न विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 28 दिसंबर 2020 को सरकार द्वारा कैबिनेट की बैठक में इस योजना को मंजूरी दी गई थी।
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