जम्मू-कश्मीर: शोपियां जिला अस्पताल में 90 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए |

जम्मू-कश्मीर: शोपियां जिला अस्पताल में 90 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए

जम्मू-कश्मीर: शोपियां जिला अस्पताल में 90 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए

:   Modified Date:  November 14, 2024 / 11:36 AM IST, Published Date : November 14, 2024/11:36 am IST

श्रीनगर, 14 नवंबर (भाषा) जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में अधिकारियों ने एक अस्पताल का बुधवार को औचक निरीक्षण किया जहां उन्हें अस्पताल में चिकित्सकों सहित 90 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी अपनी ड्यूटी के दौरान अनुपस्थित मिले। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

उन्होंने बताया कि उपायुक्त के निर्देश पर अतिरिक्त उपायुक्त द्वारा सुबह बुधवार को सुबह दस बजे शोपियां जिला अस्पताल का निरीक्षण किया गया जिस दौरान ये कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए।

अधिकारियों ने बताया कि निरीक्षण के दौरान अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक द्वारा उपलब्ध कराई गई बायोमेट्रिक उपस्थिति रिपोर्ट के अनुसार अधिकतर चिकित्सक, चिकित्सा अधिकारी, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारी अपनी ड्यूटी से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए।

उन्होंने बताया कि निरीक्षण के समय अस्पताल के 198 कर्मचारियों में से केवल 17 उपस्थित थे, जबकि 181 अनुपस्थित थे।

उन्होंने कहा कि अस्पताल में चिकित्सकों, चिकित्सा अधिकारियों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारियों की अनियमित उपस्थिति से लोगों को काफी असुविधा होती है।

अधिकारियों ने बताया कि उपायुक्त कार्यालय ने मंगलवार को एक परिपत्र जारी किया, जिसमें कहा गया है कि अनधिकृत अनुपस्थिति के मामले में संबंधित कर्मचारी का एक दिन का वेतन काटकर जिला ‘रेडक्रॉस सोसायटी’ के खाते में जमा कर दिया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि निरीक्षण के बाद जारी आदेश में उपायुक्त ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को सभी अनुपस्थित कर्मचारियों से उनकी ओर से लापरवाही, सेवा में कोताही, उदासीन रवैये, गैरजिम्मेदाराना व्यवहार के लिए स्पष्टीकरण मांगने को कहा गया है।

आदेश में कहा गया है कि कर्मचारियों को अपने जवाब में यह बताना होगा कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए।

आदेश में कहा गया है कि जवाब तीन दिन के भीतर उपायुक्त कार्यालय को प्रस्तुत किए जाएंगे, साथ ही चिकित्सा अधीक्षक के विचार, टिप्पणियां और सिफारिशें भी प्रस्तुत की जाएंगी। ऐसा न करने पर यह माना जाएगा कि अनुपस्थित कर्मचारियों के पास अपने बचाव में कहने के लिए कुछ नहीं है और नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी, साथ ही एक दिन का वेतन भी काटा जाएगा।

भाषा योगेश मनीषा

मनीषा

 

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