श्रीनगर, 30 अक्टूबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर में सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बुधवार को कहा कि वह 31 अक्टूबर को आयोजित किए जा रहे केंद्र शासित प्रदेश ( यूटी) के स्थापना दिवस समारोह में शामिल नहीं होगी क्योंकि वह इस दर्जे को स्वीकार नहीं करती और यथाशीघ्र पूर्ण राज्य का दर्जा चाहती है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता तनवीर सादिक ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पार्टी की ओर से कोई भी यूटी स्थापना दिवस समारोह में शामिल नहीं होगा क्योंकि हमें यह दर्जा स्वीकार्य नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस का मानना है कि पांच अगस्त 2019 को तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित करने का फैसला ‘‘गैर कानूनी, असंवैधानिक और अनैतिक’’ था।
सादिक ने कहा, ‘‘हम यथाशीघ्र जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करना चाहते हैं ताकि हम अन्य राज्यों की तरह इस दर्जे का आनंद ले सकें।’’
पार्टी प्रवक्ता ने यह भी कहा कि सरकार ‘दरबार मूव’ को बहाल करेगी। इसके तहत हर साल सर्दियों में राजधानी जम्मू और गर्मियों में श्रीनगर को बनाया जाता है।
सादिक ने कहा, ‘‘दरबार मूव जम्मू-कश्मीर की विरासत है। हमने अपने चुनाव घोषणा पत्र में भी इस परंपरा को बहाल करने का वादा किया था। यह कदम प्रत्यक्ष रूप से राज्य के दर्जे से जुड़ा है और इसलिए हम इसे बहाल करना चाहते हैं। एक बार राज्य का दर्जा बहाल हो जाए तो दरबार मूव पर भी अमल शुरू हो जाएगा।’’
भाषा धीरज वैभव
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