श्रीनगर, 25 जनवरी (भाषा) जम्मू-कश्मीर सरकार ने शनिवार को शिक्षा विभाग के विद्यार्थियों या कर्मचारियों को राजनीतिक कार्यक्रमों या रैलियों में भाग लेने के लिए कोई भी निर्देश देने पर प्रतिबंध लगा दिया।
इसके पहले शिक्षा विभाग के एक परिपत्र जारी करके पुंछ के अधिकारियों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की तिरंगा रैली में भाग लेने का निर्देश दिया था जिसके चलते सरकार को विभिन्न हलकों से आलोचना का सामना करना पड़ा।
पुंछ के मुख्य शिक्षा अधिकारी ने परिपत्र जारी करके कई स्कूलों के प्रमुखों को रैली में 40-50 छात्रों और दो शिक्षकों को भेजने का निर्देश दिया था जिसकी आलोचना की गई थी।
इसके बाद ही राज्य सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक नवीनतम परिपत्र के माध्यम से प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया।
इसके पहले के परिपत्र की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने आलोचना करते हुए आरोप लगाया था कि सरकार शिक्षा का ‘प्रचार उपकरण’ के रूप में उपयोग कर रही है।
नवीनतम परिपत्र में कहा गया है, ‘‘स्कूल शिक्षा विभाग के तहत सभी स्कूलों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों, क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारियों और संस्थानों के प्रमुखों सहित सभी अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वे छात्रों या कर्मचारियों (सभी श्रेणियों के शिक्षकों सहित) को किसी भी राजनीतिक दल/संगठन द्वारा आयोजित किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम, रैली आदि में भाग लेने के लिए कोई अनुमति या निर्देश न दें।’’
इस परिपत्र को जम्मू-कश्मीर की शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया था।
भाषा संतोष माधव
माधव
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)