जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: सुबह नौ बजे तक 11 प्रतिशत से अधिक मतदान |

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: सुबह नौ बजे तक 11 प्रतिशत से अधिक मतदान

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: सुबह नौ बजे तक 11 प्रतिशत से अधिक मतदान

:   Modified Date:  October 1, 2024 / 10:57 AM IST, Published Date : October 1, 2024/10:57 am IST

जम्मू/श्रीनगर, एक अक्टूबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे एवं अंतिम चरण के तहत मंगलवार को शुरुआती दो घंटे में 11.60 प्रतिशत मतदान हुआ। निर्वाचन आयोग (ईसी) द्वारा जारी आंकड़े से यह जानकारी मिली।

चुनाव के इस चरण में जम्मू-कश्मीर के सात जिलों में 40 विधानसभा सीटों पर सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हुआ। मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें दिखीं।

केंद्र शासित प्रदेश के 39.18 लाख से अधिक मतदाता 415 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे। इन उम्मीदवारों में दो पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद और मुजफ्फर बेग भी शामिल हैं।

उत्तर कश्मीर के तीन सीमावर्ती जिलों बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा में भी मतदान जारी है।

जिन विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, उनमें बारामूला जिले में बारामूला, उरी, राफियाबाद, पट्टन, गुलमर्ग, सोपोर और वागूरा-क्रीरी, कुपवाड़ा जिले में कुपवाड़ा, करनाह, त्रेहगाम, हंदवाड़ा, लोलाब और लंगेट तथा बांदीपोरा जिले में बांदीपोरा, सोनावारी और गुरेज शामिल हैं।

इन 16 विधानसभा सीटों पर 202 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

जम्मू क्षेत्र के उधमपुर, सांबा और कठुआ जिले में 24 विधानसभा क्षेत्रों में भी मतदान हो रहा है।

ईसी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर चुनाव के आखिरी चरण में सुबह नौ बजे तक 11.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

उधमपुर जिले में सबसे अधिक 14.23 प्रतिशत मतदान हुआ, इसके बाद सांबा में 13.31 प्रतिशत, कठुआ में 13.09 प्रतिशत, बांदीपोरा में 11.64 प्रतिशत, जम्मू में 11.46 प्रतिशत, कुपवाड़ा में 11.27 प्रतिशत और बारामूला में 8.89 प्रतिशत मतदान हुआ।

निर्वाचन क्षेत्रों में रामनगर पहले दो घंटों में 15.27 प्रतिशत मतदान के साथ सबसे आगे रहा। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, कभी आतंकवादियों और अलगाववादियों का गढ़ रहे सोपोर में सबसे कम 6.71 प्रतिशत मतदान हुआ।

वर्ष 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पहली बार मतदान का अधिकार पाने वाले उत्साही पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थी, वाल्मीकि समाज और गोरखा समुदाय के सदस्य अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए सुबह-सुबह मतदान केंद्रों पर पहुंचे।

इससे पहले वे क्रमशः 2019 और 2020 में ब्लॉक विकास परिषद और जिला विकास परिषद चुनावों में मतदान कर चुके हैं।

मतदान के दौरान सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने के लिए अर्द्धसैनिक और सशस्त्र पुलिस बल सहित सुरक्षा बलों की 400 से अधिक कंपनी को तैनात किया गया है।

चुनाव के पहले चरण में 18 सितंबर को 61.38 प्रतिशत और 25 सितंबर को दूसरे चरण में 57.31 प्रतिशत मतदान हुआ था।

विधानसभा चुनाव के परिणाम आठ अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।

चुनाव के इस चरण में प्रमुख उम्मीदवारों में रमन भल्ला (आरएस पुरा), उस्मान माजिद (बांदीपोरा), नजीर अहमद खान (गुरेज), ताज मोहिउद्दीन (उरी), बशारत बुखारी (वागूरा-क्रीरी), इमरान अंसारी (पट्टन), गुलाम हसन मीर (गुलमर्ग), चौधरी लाल सिंह (बसोहली), राजीव जसरोटिया (जसरोटा), मनोहर लाल शर्मा (बिलावर), श्याम लाल शर्मा और अजय कुमार सधोत्रा ​​(जम्मू उत्तर) शामिल हैं।

मतदाताओं की भागीदारी को सुविधाजनक बनाने के लिए निर्वाचन आयोग ने 5,060 मतदान केंद्र स्थापित किए हैं और सभी निर्वाचन क्षेत्रों में शत प्रतिशत ‘वेबकास्टिंग’ सुनिश्चित की गई है। कुल मतदान केंद्रों में से 974 शहरी और 4,086 ग्रामीण मतदान केंद्र हैं।

भागीदारी बढ़ाने के लिए विशेष पहलों में 240 विशेष मतदान केंद्र, महिलाओं द्वारा प्रबंधित 50 गुलाबी मतदान केंद्र और दिव्यांगजनों द्वारा संचालित 43 मतदान केंद्र शामिल हैं।

इसके अलावा, पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने वाले 45 हरित मतदान केंद्र, सीमावर्ती निवासियों के लिए नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित 29 मतदान केंद्र, तथा 33 अनूठे मतदान केंद्र हैं।

कश्मीर संभाग के प्रवासी मतदाताओं के लिए 24 विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें 19 जम्मू में, चार दिल्ली में और एक उधमपुर जिले में स्थापित किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर व्यापक सुरक्षा रणनीति लागू की गई है।

मतदान शाम छह बजे समाप्त होगा।

भाषा सुरभि मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)