श्रीनगर, 22 अक्टूबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के गगनगीर में हुए आतंकवादी हमले की जांच के सिलसिले में जांचकर्ताओं ने पूछताछ के लिए 40 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इस हमले में सात लोग मारे गए थे। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि हमलावरों ने हमले की साजिश बहुत सावधानी से रची थी और आतंकवादी सहयोगी नेटवर्क के समर्थन के कारण वे अपने मंसूबों को अंजाम देने में सफल रहे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हम उन्हें (आतंकवादियों को) देर-सबेर पकड़ ही लेंगे। हमने पूछताछ के लिए कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।’’
गांदरबल जिले के गुंड में रविवार को एक निर्माणाधीन सुरंग में किए गए आतंकवादी हमले में कश्मीर के एक डॉक्टर एवं छह प्रवासी मजदूरों समेत सात लोगों की जान चली गई, जबकि पांच अन्य लोग घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने सोमवार को इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया।
अधिकारियों ने बताया कि सेना, सीआरपीएफ और पुलिस के जवान कश्मीर में गैर-स्थानीय मजदूरों पर हुए सबसे घातक हमलों में शामिल आतंकवादियों और उनके सहयोगियों का पता लगाने के लिए निर्माण स्थल के आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चला रहे हैं। साथ ही राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के अधिकारियों ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किये हैं।
माना जा रहा है कि हमलावर पाकिस्तानी आतंकवादी हैं, जिन्होंने अपनी साजिश को अंजाम देने से पहले घटनास्थल की बारीकी से टोह ली थी। उन्होंने पहले मजदूरों के मेस को निशाना बनाया और फिर अधिकारियों के निवास की ओर बढ़े।
अधिकारियों को संदेह है कि हमलावरों को घटनास्थल के बारे में पहले से जानकारी थी, संभवतः वे पहले भी वहां काम कर चुके थे या उन्हें स्थानीय लोगों से सहायता मिली थी।
अधिकारियों ने बताया कि इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है।
प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने इस बर्बर हमले की जिम्मेदारी ली है।
भाषा शफीक नरेश
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