नयी दिल्ली, पांच नवंबर (भाषा) वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार कर रही संसद की संयुक्त समिति के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल बृहस्पतिवार को कर्नाटक का दौरा कर उन किसानों से मुलाकात करेंगे जो वक्फ संपत्तियों पर कथित तौर पर अतिक्रमण को लेकर पिछले दिनों नोटिस दिए जाने का विरोध कर रहे हैं।
बाद में ये नोटिस वापस ले लिए गए थे।
पाल के कई अन्य लोगों से भी मिलने की संभावना है, जिनमें कर्नाटक प्रदेश भाजपा के वो कई नेता भी शामिल हैं जो इस मुद्दे को लेकर आक्रामक हैं।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद और इस समिति के सदस्य तेजस्वी सूर्या ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘वक्फ संबंधी जेपीसी के अध्यक्ष ने वक्फ की मनमानी कार्रवाई से प्रभावित किसानों के साथ बातचीत करने के लिए सात नवंबर को हुबली और बीजापुर जाने के मेरे अनुरोध पर सहमति व्यक्त की है।’’
सूर्या के मुताबिक, भाजपा सांसद पाल किसान संगठनों से बातचीत करेंगे और उन्हें दी गई याचिकाएं जेपीसी के समक्ष रखी जाएंगी।
विवाद खड़ा होने और आलोचना से घिरने के बाद कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने कहा कि नोटिस के लिए गजट में हुई त्रुटि जिम्मेदार है। इन नोटिस को वापस ले लिया गया।
भाजपा ने दावा किया है कि यह कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा है।
समिति के विपक्षी सदस्य पाल की कार्यप्रणाली की मुखर आलोचना करते रहे हैं और आरोप लगाते रहे हैं कि वह एकतरफा निर्णय ले रहे हैं और पूरी प्रक्रिया को ध्वस्त कर रहे हैं।
समिति विभिन्न हितधारकों के विचार सुनने के लिए नौ से 14 नवंबर तक पांच राज्यों की राजधानियों, कोलकाता, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, पटना और लखनऊ का दौरा करेगी।
भाषा हक
हक नरेश
नरेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कनाडा के मंदिर पर हमला शांति और एकता के मूल्यों…
30 mins ago