बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा लोकसभा में उठा, सरकार से हस्तक्षेप का अनुरोध |

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा लोकसभा में उठा, सरकार से हस्तक्षेप का अनुरोध

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा लोकसभा में उठा, सरकार से हस्तक्षेप का अनुरोध

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Modified Date: December 4, 2024 / 01:53 PM IST
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Published Date: December 4, 2024 1:53 pm IST

नयी दिल्ली, चार दिसंबर (भाषा) बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार और एक हिंदू पुजारी को गिरफ्तार करने का मुद्दा बुधवार को लोकसभा में उठाते हुए हेमा मालिनी समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ सदस्यों ने पड़ोसी देश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप का अनुरोध किया और संसद से एक प्रस्ताव पारित करने की भी मांग की।

शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर और इस्कॉन संस्था एवं उसके अनुयायियों पर चरमपंथियों द्वारा किए जा रहे हमले निंदनीय हैं।

उन्होंने हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी का उल्लेख करते हुए कहा कि इस्कॉन के लोग मानवता के लिए अच्छा काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन उन्हें राजद्रोह का आरोप लगाकर जेल में डाल दिया गया। उनके पक्ष में गवाही देने वाले दो लोगों को भी जेल में डाल दिया गया।’’

हेमा मालिनी ने कहा, ‘‘मैं स्वयं कृष्ण भक्त हूं और इस्कॉन की अनुयायी हूं।

मैं कृष्ण की पावन नगरी मथुरा की प्रतिनिधि हूं। हम धर्म पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह विदेश नीति का विषय नहीं है, बल्कि हमारी भावना का विषय है।’’

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश सरकार को हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।

असम से भाजपा सांसद दिलीप सैकिया ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के मुद्दे को उठाते हुए मांग की, ‘‘भारतीय संसद में एक प्रस्ताव पारित कर बांग्लादेश सरकार को हिंदुओं पर अत्याचार रोकने के लिए कार्रवाई करने का संदेश भेजा जाना चाहिए।’’

सत्तारूढ़ दल के ही अनिल फिरोजिया ने इस मामले में भारत सरकार से और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप का अनुरोध किया।

भाषा वैभव मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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