इसरो का 2020 का पहला मिशन, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी से जीसैट-30 लॉन्च | ISRO's first mission of 2020, GSAT-30 launch from European Space Agency

इसरो का 2020 का पहला मिशन, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी से जीसैट-30 लॉन्च

इसरो का 2020 का पहला मिशन, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी से जीसैट-30 लॉन्च

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:14 PM IST
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Published Date: January 17, 2020 4:08 am IST

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र इसरो ने अंतरिक्ष की उड़ान में एक और उपलब्धि हासिल की है। ISRO ने एक संचार उपग्रह जीसैट-30 को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। यह सैटेलाइट दक्षिण अमेरिका के उत्तरपूर्वी तट पर कौरो के एरियर प्रक्षेपण तट से छोड़ा गया।

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इस सैटेलाइट से भारत में संचार क्रांति आएगी। यह इनसैट सैटेलाइट की जगह काम करेगा। इससे सरकारी और प्राइवेट कंपनियों को संचार लिंक प्रदान करने की क्षमता बढ़ेगी। सैटेलाइट जीसैट-30 का वजन करीब 3100 किलोग्राम है। यह 15 सालों तक काम करता रहेगा। इसे जियो-इलिप्टिकल ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा। इसमें दो सोलर पैनल होंगे और बैटरी होगी जिससे इसे ऊर्जा मिलेगी। यह 107वां एरियन 5वां मिशन है।

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जीसैट-30 के कम्यूनिकेशन पेलोड को अधिकतम ट्रांसपोंडर लगाने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। सैटेलाइट का इस्तेमाल व्यापक रूप से वीसैट नेटवर्क, टेलीविजन अपलिंकिंग, टेलीपोर्ट सेवाएं, डिजिटल सैटलाइट खबर संग्रहण (डीएसएनजी), डीटीएच टेलीविजन सेवाओं के साथ जलवायु परिवर्तन को समझने और मौसम की भविष्यवाणी करने के लिए किया जाएगा।

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