राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले इकबाल अंसारी ने किया बड़ा ऐलान, कह डाली ये बात…

राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले इकबाल अंसारी ने किया बड़ा ऐलान, कह डाली ये बात...

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  • Publish Date - October 17, 2019 / 12:19 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:45 PM IST

अयोध्या: राम मंदिर मामले में सुनवाई पूरी होने के बाद अब फैसले को लेकर लोगों की आंख टकटकी लगाए सुप्रीम कोर्ट की ओर देख रहे हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने भी इस बात का ऐलान कर दिया था कि मामले को अब मध्यस्थता के लिए नहीं भेजा जाएगा, सिर्फ फैसला आएगा। मामले में 40 दिन की सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला अपने पास सुरक्षित रख लिया है। माना जा रहा है सुप्रीम कोर्ट दीवाल के बाद कभी भी अपना फैसला सुना सकता है।

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वहीं, दूसरी ओर बाबरी मस्जिद का पक्ष कोर्ट में रखने वाले सबसे पुराने मुकदमेबाज हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी ने ऐलान किया है कि वे जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वीकार करेंगे। कोर्ट के फैसले के बाद वे कोई भी याचिका दायर नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि वह खुश हैं कि मामला अपने तार्किक निष्कर्ष पर पहुंच रहा है।

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उन्होंने कहा है कि राम मंदिर और बाबरी मस्जिद को लेकर 70 साल तक सिर्फ राजनीति हुइ है, लेकिन अब बार्दास्त नहीं होता। कोर्ट के फैसले के बाद कम से कम अयोध्या का विकास तो होगा। उनका कहना है कि मेरे पिता ने इस जंग की शुरुआत की थी और पूरा साथ देने का वादा किया था। उन्होंने अपना वादा पूरा किया है।

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मेरे पिता की मृत्यु जुलाई 2016 में हुई थी। वह 95 साल के थे। उन्होंने एक दर्जी के रूप में काम किया और फिर एक साइकिल मरम्मत की दुकान खोली। वह 1949 से बाबरी टाइटल सूट से जुड़ा था और सार्वजनिक सौहार्द को भंग करने के लिए गिरफ्तार किए गए लोगों में भी उनका नाम था, जब मस्जिद में राम की मूर्तियां लगाई गई थीं।

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हाशिम अंसारी को 1952 में विवादित स्थल पर नमाज़ के लिए ‘अजान’ देने के लिए दो साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। 1961 में, हाशिम अंसारी और छह अन्य लोग फैजाबाद के सिविल जज की अदालत में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा दायर किए गए टाइटल सूट में मुख्य वादी थे। इकबाल अंसारी ने कहा, यह उनकी इच्छा थी कि मैं उनके बाद केस लड़ता रहूं।

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