(तस्वीर के साथ)
बेंगलुरु, 23 जनवरी (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बृहस्पतिवार को कहा कि मांड्या जिले में एक एकीकृत कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय कृषि, बागवानी और पशुपालन में पाठ्यक्रम संचालित करेगा तथा मांड्या, हासन, मैसूर और चामराजनगर क्षेत्रों के किसानों को जैविक और अनाज की खेती के लिए मार्गदर्शन और प्रोत्साहन प्रदान करेगा।
उन्होंने यहां अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला जैविक एवं अनाज 2025 के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे, जो 25 जनवरी तक चलेगा।
सिद्धरमैया ने केंद्र सरकार से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) लागू करने का भी आग्रह किया, जो किसानों की लंबे समय से मांग रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भारत एक कृषि प्रधान देश है और हम खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर हैं। जब देश को आजादी मिली थी, तब खाद्यान्न की कमी थी। लेकिन अब यह गर्व की बात है कि भारत काफी मात्रा में खाद्यान्न निर्यात कर रहा है।’’
उन्होंने याद किया कि वह भी एक किसान परिवार से है जो अनाज की खेती भी करता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनाज उत्पादन के मामले में कर्नाटक देश में तीसरे स्थान पर है।
उन्होंने कहा, ‘‘केन्द्र और राज्य सरकारों ने भारत में अनाज उत्पादन पर बहुत जोर दिया है। विश्व में अनुमानित 903.61 लाख टन अनाज का उत्पादन होता है, जिसमें से 38.50 प्रतिशत हमारा देश उत्पादित करता है, जिससे यह विश्व का सबसे बड़ा अनाज उत्पादक देश बन गया है।’’
भाषा धीरज माधव
माधव
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)