भारत की 1971 के युद्ध में जीत ने लोगों को उत्पीड़न से मुक्ति दिलाई: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल |

भारत की 1971 के युद्ध में जीत ने लोगों को उत्पीड़न से मुक्ति दिलाई: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल

भारत की 1971 के युद्ध में जीत ने लोगों को उत्पीड़न से मुक्ति दिलाई: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल

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Modified Date: December 16, 2024 / 03:02 PM IST
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Published Date: December 16, 2024 3:02 pm IST

कोलकाता, 16 दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने सोमवार को कहा कि 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सशस्त्र बलों की जीत ने लोगों को उत्पीड़न से मुक्ति दिलाई और बांग्लादेश के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया।

विजय दिवस के अवसर पर पूर्वी सेना कमान मुख्यालय फोर्ट विलियम में विजय स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने कहा कि भारत जानता है कि कैसे एक साथ आना है, कैसे सोचना है और कैसे एक साथ काम करना है।

विजय दिवस 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सशस्त्र बलों के समक्ष आत्मसमर्पण किए जाने की याद में मनाया जाता है।

बोस ने कहा, ‘न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे लोकतांत्रिक विश्व के लिए यह दिन लोगों के उत्पीड़न से मुक्ति का प्रतीक है।’

बोस ने कहा कि बांग्लादेश के निर्माण में भारतीय सशस्त्र बलों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

उन्होंने कहा, ‘बांग्लादेश में हमारे भाइयों और बहनों ने यह सिद्ध किया कि किसी का हमेशा दमन नहीं किया जा सकता।’

विजय दिवस समारोह में ‘मुक्ति योद्धा’ और बांग्लादेश सशस्त्र बलों के एक सेवारत अधिकारी सहित नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ब्रिगेडियर मोहम्मद अमीनुर रहमान ने किया। समारोह में प्रतिनिधियों के परिवार के सात सदस्य भी शामिल हुए।

बांग्लादेश के प्रतिनिधिमंडल में शामिल ‘मुक्ति योद्धा’ पूर्वी पाकिस्तान में उस गुरिल्ला समूह का हिस्सा थे जिन्होंने वहां पाकिस्तानी शासन का विरोध किया था।

बांग्लादेश सशस्त्र बलों के सेवारत अधिकारी हर साल कोलकाता में विजय दिवस समारोह में भाग लेते हैं।

भाषा योगेश नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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