नोएडा में बनेगा देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, पूरी तरह होगा डिजिटल, स्विस कंपनी से करार | India's largest airport to be built in Noida, will be fully digital, tied up with Swiss company

नोएडा में बनेगा देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, पूरी तरह होगा डिजिटल, स्विस कंपनी से करार

नोएडा में बनेगा देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, पूरी तरह होगा डिजिटल, स्विस कंपनी से करार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:48 PM IST, Published Date : October 8, 2020/1:10 pm IST

नई दिल्ली। ग्रेटर नोएडा में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाने के लिए बुधवार को नोएडा एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के अधिकारियों ने करार पर हस्ताक्षर किए। करार के साथ ही 2023 में उड़ान शुरू होने की उम्मीद दोगुनी हो गई है। ज्यूरिख कंपनी के प्रतिनिधि पहले ही भारत आ चुके थे।

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जेवर हवाईअड्डे के विकास का अनुबंध देने के लिए स्विट्जरलैंड की कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल को चुना गया है। इसके लिए जारी अंतराष्ट्रीय निविदा में इस कंपनी ने दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) और अडाणी एंटरप्राइजेज और एंकरेज इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स लिमिटेड जैसी कंपनी को पीछे छोड़ दिया।

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अधिकारियों के मुताबिक, नोएडा एयरपोर्ट के निर्माण के लिए ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड एजी ने यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) कंपनी बनाई है। इस कंपनी और नियाल में करार हुआ। कोरोना को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन प्रेसवार्ता हुई। इसमें कई देशों के मीडिया प्रतिनिधि भी शामिल रहे।

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नियाल के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड एजी के अधिकारी मलेशिया और स्विट्जरलैंड से भी ऑनलाइन इस करार में शामिल हुए। इसके लिए यीडा/नियाल के दफ्तर को सजाकर गमलों पर चित्रकारी की गई थी। इसके लिए दिल्ली विवि आर्ट्स के छात्रों को बुलाया गया था। 

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नियाल में चार संस्थाएं हिस्सेदार हैं। राज्य सरकार व नोएडा प्राधिकरण की 37.5-37.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण की 12.5-12.5 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।

इन कंपनियों को पछाड़ते हुए ज्यूरिख ने लिया ठेका 
कई बड़ी कंपनियों ने आवेदन किए थे, लेकिन सबसे ज्यादा राजस्व देने की बोली लगाकर ज्यूरिख ने करीब 29,500 करोड़ रुपये के नोएडा एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को हासिल कर लिया। कंपनी ने 400.97 रुपये प्रति यात्री राजस्व देने का प्रस्ताव दिया, जबकि अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड ने 360 रुपये, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने 351 रुपये और एनकोर्ज इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट होल्डिंग लिमिटेड ने 205 रुपये प्रति यात्री राजस्व देने की बोली लगाई थी।

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एयरपोर्ट बनाने के लिए करार की तिथि दो बार पहले टल चुकी है। कोरोना के कारण उड़ानें न होने से ज्यूरिख कंपनी के प्रतिनिधि देश में नहीं आ पा रहे थे। ज्यूरिख कंपनी की तरफ से गठित एसपीवी कंपनी को सिक्योरिटी क्लीयरेंस मिलने के 45 दिन के भीतर कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर होना जरूरी होता है। एसपीवी को सिक्योरिटी क्लीयरेंस 18 मई को मिली थी। 2 जुलाई तक एग्रीमेंट होना जरूरी था। कोरोना के कारण 17 अगस्त तक इसकी तिथि बढ़ाई गई थी। हालात सामान्य नहीं होने पर तिथि फिर 15 अक्तूबर तक की गई थी।