Indian Navy's Saras helicopter retired | सारस हेलीकॉप्टर की सेवा ख़त्म

Saras Helicopter Farewell: 17 साल के सेवा के बाद रिटायर हुआ सेना का ‘सारस’ हेलीकॉपटर.. विशाखापट्टनम के म्यूजियम में आएगा नजर

भारत ने अमेरिका से छह यूएच-3एच हेलीकॉप्टर 2007 में खरीदे थे, जिन्हें नौसेना के जहाज 'जलाश्व' के साथ 24 मार्च, 2009 को विशाखापत्तनम में आईएनएस डेगा पर लाया गया था।

Edited By :   Modified Date:  June 30, 2024 / 11:51 AM IST, Published Date : June 30, 2024/11:51 am IST

नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने 17 साल तक समुद्री सुरक्षा और निगरानी करने वाले ‘सारस’ हेलीकॉप्टरों को अंतिम विदाई दे दी है। विशाखापत्तनम के आईएनएस डेगा पर हुए डी-इंडक्शन समारोह के दौरान यूएच-3एच हेलीकॉप्टर ने अंतिम उड़ान भरी। इनकी जगह अब आईएनएएस 350 में सी किंग 42सी हेलीकॉप्टरों को तैनात किया जाएगा। यादगार के रूप में इनमें से एक हेलीकॉप्टर विशाखापत्तनम में प्रमुख स्थान पर स्थायी रूप से प्रदर्शित किया जाएगा, जो भावी पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।

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Indian Navy’s Saras helicopter retired

विशाखापत्तनम के आईएनएस डेगा पर विदाई समारोह में 17 साल की शानदार सेवा के बाद यूएच-3एच हेलीकॉप्टर को विदाई दी गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्वी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ वाइस एडमिरल समीर सक्सेना ने की। यूएच-3एच स्क्वाड्रन के अनुभवी अधिकारी और नाविक हेलीकॉप्टर की महान सेवा को याद करते हुए परिवारों के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए। यूएच-3एच हेलीकॉप्टर की जगह अब आईएनएएस 350 में सी किंग 42सी हेलीकॉप्टरों को तैनात किया जाएगा।

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सारस हेलीकॉप्टर की सेवा ख़त्म

यादगार विदाई समारोह के जरिए उस यूएच-3एच हेलीकॉप्टर के उल्लेखनीय युग का अंत हो गया, जिसने भारतीय नौसेना में विशेष संचालन और एसएआर मिशनों में अभिनव क्षमताओं की शुरुआत की। लगातार विकसित और गतिशील समुद्री वातावरण में यूएच-3एच की परिचालन भूमिका भारतीय नौसेना विमानन के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज रहेगी। भारत ने अमेरिका से छह यूएच-3एच हेलीकॉप्टर 2007 में खरीदे थे, जिन्हें नौसेना के जहाज ‘जलाश्व’ के साथ 24 मार्च, 2009 को विशाखापत्तनम में आईएनएस डेगा पर लाया गया था। भारतीय तटों पर लाए जाने के बाद इन्हें ‘सारस’ नाम से आईएनएएस 350 में शामिल किया गया था।

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