नयी दिल्ली, पांच अक्टूबर (भाषा) भारत ने राजस्थान के पोखरण फायरिंग रेंज में चौथी पीढ़ी की तकनीकी रूप से उन्नत छोटे आकार की बहुत ही कम दूरी की वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली (वीएसएचओआरएडीएस) के तीन सफल परीक्षण किये।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह परीक्षण तीन और चार अक्टूबर को तेज गति वाले लक्ष्यों पर किए गए, जिसमें अधिकतम सीमा और अधिकतम ऊंचाई अवरोधन के बहुत महत्वपूर्ण मापदंडों का प्रदर्शन किया गया।
उसने कहा कि सफल परीक्षणों ने सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप “शीघ्र उपयोगकर्ता परीक्षणों और कम समय में उत्पादन” का मार्ग प्रशस्त किया है।
मंत्रालय ने कहा, “रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में चौथी पीढ़ी की तकनीकी रूप से उन्नत वीएसएचओआरएडीएस (वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम) के तीन उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किए।”
बयान में कहा गया, “वीएसएचओआरएडीएस मिसाइलों के विकास का काम पूरा हो चुका है और दो उत्पादन एजेंसियों को विकास सह उत्पादन भागीदार (डीसीपीपी) मोड में जोड़ा गया है।”
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय सेना को मिसाइल प्रणाली के सफल परीक्षण के लिए बधाई दी।
सिंह ने कहा कि आधुनिक प्रौद्योगिकियों से सुसज्जित यह नयी मिसाइल हवाई खतरों के खिलाफ सशस्त्र बलों को तकनीकी रूप से और दक्ष बनाएगी।
वीएसएचओआरएडीएस व्यक्ति द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में सक्षम वायु रक्षा प्रणाली है जिसे अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) द्वारा अन्य डीआरडीओ प्रयोगशालाओं और भारतीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में बताया कि मिसाइल में लघु प्रतिक्रिया नियंत्रण प्रणाली (आरसीएस) और एकीकृत वैमानिकी सहित कई नवीन प्रौद्योगिकियां शामिल हैं और परीक्षणों के दौरान इसकी सटीक मारक क्षमता सिद्ध हो चुकी है।
भाषा प्रशांत माधव
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