नई दिल्ली : Charanjit Singh Channi Statement : पंजाब के पूर्व सीएम और जालंधर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में बने रहते हैं। पूर्व सीएम चन्नी एक बार फिर से विवादित बयान देकर चर्चा में आ आए गए हैं। जालंधर में अपने आवास पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में चन्नी ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो बाघा बॉर्डर खोला जाएगा। इस से पाकिस्तानी लोग इलाज के लिए भारत में आ सकेंगे और पंजाब में मेडिकल टूरिज्म बढ़ेगा। हाल ही में पीएम मोदी ने पंजाब में हुई रैली में कांग्रेस को पाकिस्तान की हिमायती बताते हुए जमकर आलोचना की थी। मोदी ने कहा था कि इंडी गठबंधन पाकिस्तान की जुबान बोल रहा है।
Charanjit Singh Channi Statement : कांग्रेस प्रत्याशी चन्नी ने पंजाब में हुई पीएम मोदी की रैली पर भी सवाल खड़े किए। पूर्व सीएम चन्नी ने कहा कि, पीएम नरेंद्र मोदी की रैली पूरी तरह से फ्लॉप रही। आठ जिलों से लोग बुलाए गए मगर फिर भी भीड़ नहीं जुट सकी। पंजाब की जनता को आस थी कि, पीएम पंजाब के लिए कोई बड़ी घोषणा कर के जाएंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। न ही वह कोई रोड मैप देकर गए। जालंधर के लिए एम्स, कॉलेज या कुछ और बनाने का वादा तक नहीं किया। पंजाब में बंद पड़ी कई इंडस्ट्री को फिर से जिंदा करने के लिए कोई पैकेज देने की बात नहीं की। किसान और किसानी की कोई बात नहीं की। ऐसे में पंजाब में प्रधानमंत्री का आना बेकार साबित हुआ। हमारे यहां एक एयरपोर्ट बना। हमने पंजाब विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजा और कहा कि श्री गुरु रविदास महाराज के नाम पर एयरपोर्ट का नाम रखना चाहिए, लेकिन केंद्र सरकार जो बीजेपी की है, ने दलित विरोधी होने के कारण हमारी मांग पर ध्यान नहीं दिया।
Charanjit Singh Channi Statement : कांग्रेस उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में बने रहते हैं। दो दिन पहले ही आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर चरणजीत सिंह चन्नी को चुनाव आयोग ने कड़ी चेतावनी दी थी। चन्नी ने पुंछ आतंकी हमले को एक चुनावी स्टंट कहा था। उन्होंने कहा था कि इसका उद्देश्य भाजपा को लोकसभा चुनाव जिताना था। निर्वाचन आयोग ने चन्नी की ओर से की गई टिप्पणी पर एतराज जताते हुए इसको आदर्श चुनाव आचार संहिता के मैनुअल के अनुबंध-1 की धारा 2 (जनरल कंडक्ट) का उल्लंघन माना है। जिसमें कहा गया है कि विरोधी पार्टियों की आलोचना पार्टी की नीतियों, कार्यकर्मों, इसके पिछले रिकॉर्ड और कामों तक ही सीमित होनी चाहिए। निर्वाचन आयोग ने चन्नी को भविष्य में ऐसी उल्लंघन से बचने की सलाह और चेतावनी देते हुए चुनाव आचार संहिता के सही अर्थों में पालना को यकीनी बनाने के लिए कहा था।