खिलाड़ियों को चुनने में भारत जाति-धर्म नहीं देखता, मोहम्मद सिराज के चुने जाने पर की प्रशंसा | India does not see caste and religion in choosing players

खिलाड़ियों को चुनने में भारत जाति-धर्म नहीं देखता, मोहम्मद सिराज के चुने जाने पर की प्रशंसा

खिलाड़ियों को चुनने में भारत जाति-धर्म नहीं देखता, मोहम्मद सिराज के चुने जाने पर की प्रशंसा

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:53 PM IST
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Published Date: January 7, 2021 3:10 pm IST

नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने टीम इंडिया की जमकर तारीफ की है। विश्व के सबसे तेज गेंदबाज ने कहा कि मोहम्मद सिराज में भारत का विश्वास यह दर्शाता है कि वहां खिलाड़ियों को उनकी जाति, नस्ल और पंथ की परवाह किए बगैर समर्थन मिलता है। उन्होंने कहा कि विराट कोहली, इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी के बिना टीम इंडिया ने शानदार कैरेक्टर दिखाया।

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अख्तर ने कहा, ‘‘अजिंक्य रहाणे ने सुनिश्चित किया कि वह बल्ले और प्रदर्शन के साथ एक ब्रांड के रूप में सामने आने वाले हैं। वे कप्तानी में भी होशियार थे। उनकी गेंदबाजी में बदलाव आया है, जिस तरह से उन्होंने बुमराह, सिराज का इस्तेमाल किया।

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सिराज के लिए पिता को खोने के बाद यह मुश्किल मैच था। उन्हें अपने साथियों से समर्थन मिला। इससे यह दिखता है कि भारत ड्रेसिंग रूम में अपने खिलाड़ियों पर विश्वास करता है। वो भी जाति, नस्ल और पंथ की परवाह किए बिना।’’

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अख्तर ने एक साक्षात्कार में ये भी कहा कि ‘‘टीमें मैदान पर नहीं बनाई जाती हैं। टीमें ड्रेसिंग रूम में बनती हैं। ऑस्ट्रेलिया के सामने 36 रनों पर ढेर होने के बाद खुद को एकजुट करना था। मुझे लगता है इसमें ड्रेसिंग रूम ने सबसे बड़ा काम किया।

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मैंने अजिंक्य रहाणे को लड़ते देखा। वह अपने बल्ले से लड़े। यह लड़ाई बल्ले और गेंद के बीच थी। भारत के पास विराट कोहली, इशांत, शमी नहीं थे। यह आधी टीम थी। कोहली एक टीम है या आधे खिलाड़ियों के बराबर है। ऐसा ही रोहित शर्मा है।’’

 
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