नयी दिल्ली, 26 मार्च (भाषा) भारत और चीन ने सीधी उड़ानें और इस वर्ष कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करने की व्यवस्था समेत भावी संबंधों को बेहतर बनाने के तरीकों पर बुधवार को विचार किया और लोगों के बीच आपसी आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए प्रयास शुरू करने पर सहमति व्यक्त की।
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक बीजिंग में हुई बैठक में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के हित और चिंता के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर गौर करने और रिश्तों को अधिक स्थिर और बेहतरी के रास्ते पर ले जाने के लिए ‘‘चरण-दर-चरण’’ तरीके से वार्ता तंत्र को बहाल करने पर भी चर्चा की।
दोनों देशों के रिश्तों में 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों के बाद खटास आ गई थी।
यह बैठक विदेश मंत्रालय के पूर्वी एशिया प्रभाग के संयुक्त सचिव गौरांगलाल दास और चीनी विदेश मंत्रालय के एशियाई मामलों के विभाग के महानिदेशक लियू जिनसोंग के बीच हुई।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने इस वर्ष कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करने के तौर-तरीकों पर भी प्रगति की है। इसमें कहा गया कि दोनों पक्षों ने पिछले वर्ष अक्टूबर में भारत और चीन के नेताओं की बैठक के बाद से द्विपक्षीय संबंधों में हुए विकास पर सकारात्मक रूप से गौर किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘इस बीच विदेश मंत्रियों की दो बार बैठक हो चुकी है, जबकि भारत-चीन सीमा मुद्दे पर विशेष प्रतिनिधियों की 23वीं बैठक हो चुकी है।’’
बयान में कहा गया, ‘‘इन उच्चस्तरीय बैठकों ने संबंधों को स्थिर करने तथा आगे विकसित करने के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान किया है।’’
दास और लियू के बीच बुधवार की वार्ता, भारत और चीन के बीच बीजिंग में परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) के ढांचे के तहत राजनयिक वार्ता के एक दिन बाद हुई।
दास ने डब्ल्यूएमसीसी बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।
विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘आज की बैठक में दोनों पक्षों ने रणनीतिक दिशा को लागू करने के लिए की गई कार्रवाई की समीक्षा की तथा जनवरी में विदेश सचिव और चीनी उप विदेश मंत्री के बीच हुई बैठक में संबंधों को स्थिर करने और पुनर्निर्माण के लिए सहमत हुए विशिष्ट कदमों की भी समीक्षा की।’’
इसमें कहा गया, ‘‘उन्होंने लोगों के बीच आदान-प्रदान को और अधिक सुविधाजनक बनाने और बढ़ावा देने के प्रयासों को जारी रखने पर सहमति व्यक्त की, जिसमें सीधी उड़ानों को फिर से शुरू करने, मीडिया और ‘थिंक-टैंक’ के बीच बातचीत और राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मनाने की व्यवस्था शामिल है।’’
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने 2025 में कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करने के तौर-तरीकों पर प्रगति की है।’’ बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने इस वर्ष नियोजित आदान-प्रदान और गतिविधियों का जायजा लिया।
भाषा धीरज आशीष
आशीष
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)