India became the fourth country in the world to connect two planets

ISRO SpaDeX Mission: अतंरिक्ष में एक बार फिर इसरो का कमाल, ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बना भारत

अतंरिक्ष में एक बार फिर इसरो का कमाल, India became the fourth country in the world to connect two planets

Edited By :  
Modified Date: January 16, 2025 / 04:05 PM IST
,
Published Date: January 16, 2025 3:05 pm IST

रायपुर : ISRO SpaDeX Mission:  भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (स्पैडेक्स) के तहत अपना पहला अंतरिक्ष डॉकिंग मिशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। मिशन के तहत अंतरिक्ष में भेजे गए 2 उपग्रहों को एक-दूसरे से जोड़ा गया है। अमेरिका, रूस और चीन के बाद ऐसा करने वाला भारत चौथा देश बन गया है। यह मिशन अंतरिक्ष में भारत की ताकत को मजबूत करेगा और चंद्रयान-4, अंतरिक्ष स्टेशन निर्माण और कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की आधारशिला रखेगा।

Read More : Girl Bathing Video in Mahakumbh: महाकुंभ में गंगा स्नान कर रही युवती का वीडियो वायरल, कपड़े पहनने के अंदाज को लेकर सोशल मीडिया पर लोग निकाल रहे भड़ास

इससे पहले 12 जनवरी को इसरो ने उपग्रहों को ‘डॉक’ करने के परीक्षण के तहत दो अंतरिक्ष यान को तीन मीटर की दूरी पर लाकर और फिर सुरक्षित दूरी पर वापस भेजा था। इसरो ने 30 दिसंबर, 2024 को ‘स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट’ (स्पेडेक्स) मिशन को सफलतापूर्वक शुरू किया था। बता दें कि दो छोटे उपग्रहों, एसडीएक्स01 (चेजर) और एसडीएक्स02 (टारगेट) को 24 पेलोड के साथ ले जाने वाले पीएसएलवी सी60 रॉकेट ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले ‘लॉन्चपैड’ से उड़ान भरी थी और उड़ान भरने के करीब 15 मिनट बाद लगभग 220 किलोग्राम वजन वाले दो छोटे अंतरिक्ष यान को लक्षित तरीके से 475 किलोमीटर की गोलाकार कक्षा में प्रक्षेपित किया गया था। इसरो के अनुसार, स्पेडेक्स मिशन दो छोटे अंतरिक्ष यान का उपयोग कर अंतरिक्ष में ‘डॉकिंग’ के लिए एक किफायती प्रौद्योगिकी मिशन है जिसे पीएसएलवी के जरिये लॉन्च किया गया था। अंतरिक्ष में ‘डॉकिंग’ तकनीक तब आवश्यक होती है जब सामान्य मिशन उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए कई रॉकेट प्रक्षेपण की आवश्यकता होती है।

Read More : CG Bijapur Naxal News: लाल आतंक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, मुठभेड़ में दो नक्सली मारे जाने की खबर, दोनों ओर से फ़ायरिंग जारी

सीएम साय ने दी बधाई

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए इसरो को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया हेंडल एक्स अकाउंट पर लिखा- ‘अंतरिक्ष में भारत की एक और ऐतिहासिक उपलब्धि…भारत ने SpadeX मिशन की सफल डॉकिंग कर इतिहास रचते हुए स्पेस डॉकिंग तकनीक में दुनिया का चौथा देश बनने का गौरव हासिल किया. यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में निरंतर नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर इसरो की पूरी टीम और देशवासियों को हार्दिक बधाई! जय विज्ञान, जय अनुसंधान, जय भारत

ISRO का स्पैडेक्स मिशन क्या है?

ISRO का स्पैडेक्स मिशन (स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट) एक महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशन है, जिसके तहत दो उपग्रहों को एक-दूसरे से डॉक किया गया। यह मिशन भारत को अंतरिक्ष में डॉकिंग तकनीक में चौथा देश बना देता है।

भारत ने इस मिशन में कौन से उपग्रहों को जोड़ा?

इस मिशन में दो उपग्रहों, एसडीएक्स01 (चेजर) और एसडीएक्स02 (टारगेट) को जोड़ने का प्रयास किया गया था। इन उपग्रहों को एक दूसरे से डॉक किया गया और सफलतापूर्वक मिशन पूरा किया गया।

स्पैडेक्स मिशन से भारत को क्या लाभ होगा?

इस मिशन से भारत की अंतरिक्ष ताकत को मजबूती मिलेगी और भविष्य में चंद्रयान-4, अंतरिक्ष स्टेशन निर्माण, और अन्य महत्वपूर्ण अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए एक ठोस आधारशिला तैयार होगी।

भारत के बाद और कौन से देश स्पेस डॉकिंग मिशन में सफल रहे हैं?

भारत, अमेरिका, रूस और चीन के बाद चौथा देश बन गया है जो स्पेस डॉकिंग तकनीक में सफल रहा है।

स्पैडेक्स मिशन को कौन से रॉकेट ने लॉन्च किया?

स्पैडेक्स मिशन को पीएसएलवी सी60 रॉकेट द्वारा श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था।
 
Flowers