IMD issues warning for cyclonic storm Mocha: मौसम में होने वाले परिवर्तनों के बारे में समय-समय पर मौसम विभाग चेतावनी देता रहता है। अब एक बार फिर से भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने एक आने वाले तूफान ‘मोचा’ को लेकर चेतावनी दी है। IMD ने तेजी से आ रहे चक्रवाती तूफान मोचा के मद्देनजर एक एडवाइजरी जारी की है, जिसके मुताबिक 7 और 8 मई के बाद ये तूफान और तेज हो सकता है। इस वजह से बड़े स्तर पर नुकसान पहुंच सकता है।
मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय मोहापात्रा के मुताबिक ये चक्रवाती तूफान 9 मई तक बंगाल की खाड़ी के साउथ ईस्ट में बन सकता है इसके कुछ दिनों बाद तटीय इलाकों में दस्तक दे सकता है। जानकारी के मुताबिक इस तूफान का असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों पर पड़ सकता है।
इस बीच ओडिशा में पहले से ही चक्रवाती तूफान से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। 18 तटीय इलाकों और उसके आसपास के जिलों कलेक्टर को अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा 11 विभागों को भी अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ समेत अन्य टीमों को भी तैयार रहने के लिए किया गया है ताकी जरूरत पड़ने पर उनकी मदद ली जा सके। वहीं कुछ रिपोर्ट्स में बांग्लादेश से म्यांमार तक इस तूफान का असर रहने की आशंका जताई गई है।
IMD issues warning for cyclonic storm Mocha: इससे पहले मोचा तूफान के खतरे को देखते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी मंगलवार को एक अहम बैठक की थी जिसमें तैयारियों की समीक्षा की गई थी। इस दौरान नवीन पटनायक ने सभी टीमों को अलर्ट रहने के लिए कहा था। बता दें, इसस पहले भी तटीय इलाके तीन साल तीन बड़े तूफान झेल चुके हैं। इनमें 2019 में आया फानी, 2020 में आया अम्फान, 2021 में आया यास तूफान शामिल है।
चक्रवाती तूफान की तीव्रता को देखते हुए इस चक्रवाती तूफान का नाम मोचा रखा गया है। हालांकि इस नाम की अभी तक आधिकारिक पुष्टी नहीं की गई है। इस नाम की सिफारिश यमन की ओर से की गई थी। ये नाम लाल सागर तट पर स्थित येमेनी शहर मोचा से आया है। मोचा लंबे समय से कॉफी व्यापार के लिए जाना जाता है।