कोलकाता, 11 अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल में आमरण अनशन पर बैठे कनिष्ठ चिकित्सकों की बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा और उनसे तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की।
पत्र में आईएमए अध्यक्ष आरवी अशोकन ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार उनकी सभी मांगों को पूरा करने में पूरी तरह सक्षम है।
उन्होंने 10 अक्टूबर को लिखे पत्र में कहा, ‘‘लगभग एक सप्ताह से बंगाल के चिकित्सक आमरण अनशन पर हैं। आईएमए उनकी जायज मांगों का समर्थन करता है। इस मामले में आपके तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। पश्चिम बंगाल सरकार सभी मांगों को पूरा करने में पूरी तरह सक्षम है।’’
यह पत्र शुक्रवार को सार्वजनिक किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘शांतिपूर्ण माहौल और सुरक्षा कोई विलासिता नहीं है। यह एक शर्त है। हम आपसे अपील करते हैं कि युवा पीढ़ी के चिकित्सकों के साथ एक वरिष्ठ और सरकार की मुखिया के रूप में मुद्दों को सुलझाएं। भारत का पूरा चिकित्सा समुदाय चिंतित है और हमें विश्वास है कि आप उनकी जान बचा सकती हैं। अगर आईएमए इस मामले में कोई सहयोग कर पाए तो हमें बेहद खुशी होगी।’’
अशोकन ने बाद में ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि वह शनिवार शाम से अनशन पर बैठे कनिष्ठ चिकित्सकों से मिलने कोलकाता जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैं कोलकाता जा रहा हूं और अनशन पर बैठे कनिष्ठ चिकित्सकों से मिलूंगा। मैं आरजी कर अस्पताल में भर्ती चिकित्सक से भी मिलने जाऊंगा। मैं अन्य चिकित्सकों से बात करूंगा और फिर पत्रकारों से बातचीत करूंगा।’
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें अपने पत्र का कोई जवाब मिला है, उन्होंने कहा, ‘(मैं) उसका इंतजार कर रहा हूं।’
कनिष्ठ चिकित्सकों का आमरण अनशन छठे दिन में प्रवेश कर गया और एक अनशनकारी की हालत गंभीर बनी हुई है।
चिकित्सक अनिकेत महतो की तबीयत बिगड़ने के बाद बृहस्पतिवार रात को उन्हें आरजी कर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके इलाज की निगरानी के लिए पांच-सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया।
भाषा योगेश सुरेश
सुरेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
महिला पर तेजाब से हमला करने की धमकी देने पर…
46 mins ago