नयी दिल्ली, 18 अक्टूबर (भाषा) अधिकारियों के अनुसार, देश भर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) सभी के लिए समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिहाज से आरक्षित श्रेणियों के विद्यार्थियों को शुल्क में रियायत और पहले से ही कम कट-ऑफ में और छूट की पेशकश कर रहे हैं।
आईआईटी मद्रास के निदेशक वी कामकोटि ने कहा, ‘‘जेईई-आधारित प्रवेश में, आवेदन चरण से ही शुल्क में छूट और शुल्क माफी प्रदान की जाती है। आवेदन चरण में एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी (दिव्यांग जन) से संबंधित छात्रों को केवल आधे परीक्षा शुल्क का भुगतान करना होगा। इसके अलावा, एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी और ओबीसी श्रेणियों में अधिक संख्या में प्रवेश को समर्थन देने के लिए कट-ऑफ में छूट दी गई है।’’
आईआईटी संस्थानों में प्रवेश की परीक्षा ‘संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जी)-एडवांस्ड’ इस साल आईआईटी मद्रास ने आयोजित की।
उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान में 23 आईआईटी हैं और शिक्षा मंत्रालय के समाज के वंचित वर्गों के छात्रों को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य के अनुरूप कई पहल की गई हैं। इनके अलावा, कुछ आईआईटी अपने स्तर से भी अतिरिक्त उपाय करते हैं।’’
भाषा वैभव माधव
माधव
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