संभल। UPPCL Warning To Ziaur Rahman Barq: संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान की मुश्किलें इन दिनों रुकने का नाम नहीं ले रही है। उनकी मुश्किलें बढ़ती ही जा रहा है। दरअसल, शाही मस्जिद सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा को लेकर मामला दर्ज होने के बाद उन पर उत्तर प्रदेश के पावल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने बड़ा झटका दिया है। UPPCL ने उन पर बिजली चोरी का आरोप लगाते हुए 15 दिनों के अंदर उन्हें जुर्माना भरनी की चेतावनी दी है। साथ ही कहा गया कि, यदि वे जुर्माना नहीं भरते हैं तो उनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी।
बता दें कि, सांसद बर्क पर यह जुर्माना 19 दिसंबर को बिजली चोरी और अवैध कनेक्शन के खिलाफ संभल में चल रहे अभियान के दौरान लगाया गया है। उसी दिन उन पर बड़े पैमाने पर बिजली चोरी के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद उनके घर की बिजली भी काट दी गई थी। बता दें कि, उप-विभागीय अधिकारी संतोष त्रिपाठी ने बताया कि, सांसद के पिता ने उन्हें चुनौती दी है कि यूपी में सत्ता परिवर्तन के बाद हम सब बर्बाद हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि, सपा सरकार को सत्ता में आने दो, तुम सब को परिणाम भुगतने होंगे। वहीं 19 दिसंबर को सांसद के पिता मुमलुक़ उर रहमान बर्क के खिलाफ़ सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा डालने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी।
UPPCL Warning To Ziaur Rahman Barq: मामले में उप-विभागीय अधिकारी संतोष त्रिपाठी ने बताया गया कि, सांसद पर 24 नवंबर की शाम को संभल स्थित आवास पर नोटिस दिया और उन्हें 1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना चुकाने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है। अगर वे 15 दिन के भीतर जुर्माना नहीं भरते हैं तो प्रमाणपत्र जारी करने के लिए जिला मजिस्ट्रेट से संपर्क किया जाएगा। और बाद में सरकारी बकाया वसूलने के लिए उसकी संपत्ति की कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
बताया गया कि, सांसद के आवास पर दो मीटर पिछले छह महीनों से शून्य रीडिंग दिखा रहे थे और इस साल शेष किसी भी महीने में यूनिटें 100 से अधिक नहीं थीं। इसलिए कहा गया कि, सांसद जब तक जुर्माना नहीं भरते तब तक सांसद के घर का बिजली कनेक्शन कटा रहेगा।
ज़ियाउर्रहमान को UPPCL ने बिजली चोरी के आरोप में 15 दिन के भीतर जुर्माना नहीं भरने पर संपत्ति कुर्क करने की चेतावनी दी गई है।
वर्तमान में, ज़ियाउर्रहमान के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई की जानकारी नहीं है, लेकिन UPPCL की चेतावनी के बाद उन्हें सुधार की दिशा में कदम उठाने के लिए कहा गया है।
UPPCL की चेतावनी ज़ियाउर्रहमान की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकती है, और उनसे अपेक्षित सुधारों को लागू करने की आवश्यकता हो सकती है
हां, ज़ियाउर्रहमान को UPPCL की चेतावनी का पालन करना जरूरी है, क्योंकि यह उन्हें संगठन के नियमों और दिशानिर्देशों के अनुसार कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।
ज़ियाउर्रहमान अपनी कार्यशैली में सुधार कर सकते हैं, और UPPCL के दिशा-निर्देशों का पालन करके अपनी स्थिति को बेहतर बना सकते हैं।
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