तिरुवनंतपुरम, पांच जुलाई (भाषा) केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शुक्रवार को कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के तौर पर वह सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र शाखा स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) से किसी भी व्यक्ति को किसी भी विश्वविद्यालय के किसी भी निकाय में नियुक्त नहीं करेंगे।
खान ने एसएफआई के कार्यकर्ताओं को ‘अपराधी’ और ‘क्रूर’ करार दिया और कहा कि वे (कार्यकर्ता) कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक उद्देश्यों को हासिल करने के लिए लोगों को डराने के मकसद से हिंसा करना आतंकवाद के समान है।
उन्होंने कहा कि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले किसी भी व्यक्ति और ‘नियमित रूप से हिंसा में लिप्त रहने वाले संगठन’ से जुड़े किसी व्यक्ति को विश्वविद्यालय में किसी भी निकाय में नियुक्त नहीं किया जाएगा।
पत्रकारों ने कुलाधिपति द्वारा केरल विश्वविद्यालय की सीनेट नियुक्त किए गए व्यक्तियों के खिलाफ एसएफआई के प्रदर्शन के बारे में खान से पूछा, जिसके बाद उन्होंने यह टिप्पणी की।
खान ने कहा, “वे विरोध कर सकते हैं। मैंने उनसे विरोध न करने के लिए नहीं कहा था। मैं उनसे नहीं डरता। मैं इन अपराधियों, इन क्रूर लोगों का सामना करने के लिए तैयार हूं, जो कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करते हैं।”
भाषा जोहेब जितेंद्र
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