नांदेड़ सीट से लोकसभा उपचुनाव लड़ना चाहता हूं : एआईएमआईएम के पूर्व सांसद जलील |

नांदेड़ सीट से लोकसभा उपचुनाव लड़ना चाहता हूं : एआईएमआईएम के पूर्व सांसद जलील

नांदेड़ सीट से लोकसभा उपचुनाव लड़ना चाहता हूं : एआईएमआईएम के पूर्व सांसद जलील

:   Modified Date:  October 17, 2024 / 07:15 PM IST, Published Date : October 17, 2024/7:15 pm IST

छत्रपति संभाजीनगर, 17 अक्टूबर (भाषा) ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह नांदेड़ लोकसभा सीट पर होने वाला उपचुनाव लड़ना चाहते हैं, हालांकि पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी इस मुद्दे पर अंतिम फैसला लेंगे।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के साथ ही 20 नवंबर को नांदेड़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव होगा,जबकि नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

कांग्रेस सांसद वसंतराव चव्हाण का अगस्त में निधन हो जाने के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है।

कांग्रेस ने नांदेड़ संसदीय सीट पर उपचुनाव के लिए दिवंगत वसंतराव चव्हाण के बेटे रवींद्र चव्हाण को उम्मीदवार बनाया है।

जलील ने कहा कि एआईएमआईएम के कार्यकर्ताओं ने जमीनी स्तर पर काम शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं नांदेड़ उपचुनाव लड़ना चाहता हूं। हमारी पार्टी के प्रमुख ओवैसी स्थिति का जायजा ले रहे हैं। निर्णय उन्हें ही लेना है।’’

जलील ने यहां ‘एनडीटीवी मराठी’ से बात करते हुए कहा कि नांदेड़ में हमारी पार्टी की मजबूत उपस्थिति है और एआईएमआईएम ने इसी जिले के जरिए महाराष्ट्र की राजनीति में प्रवेश किया था।

विधानसभा चुनाव में छत्रपति संभाजीनगर से उनको उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना पर पूछे गए सवाल के जवाब में पूर्व सांसद ने कहा, ‘‘राजनीति में कुछ भी हो सकता है।’’

नांदेड़ सीट पर कांग्रेस के बरकरार रखने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर जलील ने कहा कि एआईएमआईएम ने पहले भी उस पार्टी के साथ गठबंधन का प्रस्ताव दिया था, लेकिन कोई हमें कोई जवाब नहीं मिला।

इस बीच, पीटीआई-भाषा से बात करते हुए रवींद्र चव्हाण ने कहा कि भले ही जलील नांदेड़ से चुनाव लड़ें, लेकिन निर्वाचन क्षेत्र के लोग कांग्रेस के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव से पहले कई बड़े नेताओं के कांग्रेस छोड़ने के बाद भी हमारी पार्टी ने नांदेड़ में जीत हासिल की। अब (उपचुनाव में) भी लोग कांग्रेस के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे।’’

जलील के चुनाव लड़ने से ‘वोटिंग पैटर्न’ पर पड़ सकने वाले किसी भी प्रभाव को तवज्जो नहीं देते हुए चव्हाण ने कहा, ‘‘लोग उन्हें (एआईएमआईएम को) ध्रुवीकरण के लिए जानते हैं और कुछ लोगों को इससे फायदा भी हुआ है। लेकिन मेरा मानना ​​है कि उनकी उम्मीदवारी से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।’’

एआईएमआईएम की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जलील 2024 के लोकसभा चुनाव में औरंगाबाद सीट से शिवसेना के संदीपन भुमरे से हार गए थे।

भाषा

सुभाष रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)