छत्रपति संभाजीनगर, 24 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र के कृषि मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता धनंजय मुंडे ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोई भी चुनाव आसान नहीं होता और वह स्थानीय चुनाव को भी हल्के में नहीं लेते।
धनंजय मुंडे परली विधानसभा सीट से फिर से चुनाव मैदान में हैं।
मुंडे ने नामांकन दाखिल करने के लिए रवाना होने से पहले बीड जिले के परली में संवाददाताओं से कहा कि एक निर्वाचन क्षेत्र में हर पांच साल बाद लोगों का विश्वास जीतना कठिन काम है।
वर्ष 2019 के राज्य विधानसभा चुनाव में मुंडे ने अपनी चचेरी बहन एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता पंकजा मुंडे को परली से हराया था।
शरद पवार द्वारा स्थापित पार्टी राकांपा में पिछले साल विभाजन के बाद धनंजय मुंडे ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले राकांपा गुट का समर्थन किया था। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 20 नवंबर को होंगे और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
धनंजय मुंडे ने कहा, ‘‘यह एक लड़ाई है और कोई भी चुनाव आसान नहीं होता। मैं अपने सहयोगी के ग्राम पंचायत, पंचायत समिति या नगर परिषद के चुनाव को भी हल्के में नहीं लेता। हमें पूरी ताकत से लड़ना है और जीतना है।’’
उन्होंने कहा कि अगर पिछले आम चुनाव में उनके (गठबंधन) उम्मीदवार को परली खंड (बीड लोकसभा सीट के अंतर्गत) से अच्छी बढ़त मिली थी, तो इसका मतलब यह नहीं है कि इस विधानसभा चुनाव में सब कुछ सही होगा।
विपक्षी महा विकास आघाडी गठबंधन द्वारा उनके खिलाफ अब तक कोई उम्मीदवार नहीं उतारे जाने पर राकांपा नेता ने कहा, ‘‘मेरी पार्टी ने मुझे उम्मीदवार बनाया है। अगर एमवीए उम्मीदवार नहीं ढूंढ पा रहा है, तो पत्रकारों को अनुमान लगाना चाहिए कि कौन ‘चक्रव्यूह’ में फंस रहा है।’’
भाषा अमित मनीषा
मनीषा
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