मैं भी कोई ‘शीश महल’ बना सकता था लेकिन देशवासियों को पक्का घर मिले, यही मेरा सपना: प्रधानमंत्री मोदी |

मैं भी कोई ‘शीश महल’ बना सकता था लेकिन देशवासियों को पक्का घर मिले, यही मेरा सपना: प्रधानमंत्री मोदी

मैं भी कोई ‘शीश महल’ बना सकता था लेकिन देशवासियों को पक्का घर मिले, यही मेरा सपना: प्रधानमंत्री मोदी

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Modified Date: January 3, 2025 / 02:31 PM IST
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Published Date: January 3, 2025 2:31 pm IST

नयी दिल्ली, तीन जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आज तक उन्होंने अपने लिए कोई घर नहीं बनाया और अगर वह चाहते तो अपने लिए भी एक ‘शीश महल’ बना सकते थे लेकिन देशवासियों को पक्का घर मिले, यही उनका सपना रहा है।

राजधानी दिल्ली के अशोक विहार स्थित स्वाभिमान अपार्टमेंट में इन-सीटू स्लम पुनर्वास परियोजना के अंतर्गत झुग्गी झोपड़ी (जेजे) समूहों के निवासियों के लिए 1,675 नवनिर्मित फ्लैटों सहित कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि विगत 10 सालों में उनके नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने चार करोड़ से अधिक गरीबों के घर का सपना पूरा किया।

उन्होंने कहा, ‘‘देश भलीभांति जानता है कि मोदी ने कभी अपने लिए घर नहीं बनाया, लेकिन बीते 10 वर्षों में 4 करोड़ से अधिक लोगों का सपना पूरा किया है। मैं भी कोई शीश महल बना सकता था, लेकिन मेरे लिए तो मेरे देशवासियों को पक्का घर मिले, यही सपना था।’’

उल्लेखनीय है कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ‘आम आदमी’ छवि पर हमला करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उनके पुराने सिविल लाइंस स्थित आवास को ‘शीश महल’ के रूप में पेश कर रही है। भाजपा का आरोप है कि आवास को कथित ‘शीश महल’ में तब्दील करने में करोड़ों रुपये खर्च किए गए।

प्रधानमंत्री ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के नेतृत्व वाली सरकार को ‘आपदा’ सरकार करार दिया और आरोप लगाया कि वह राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को बुनियादी सुविधाएं तक ठीक से नहीं दे रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘इसके चलते लाखों दिल्लीवासियों को बहुत परेशानी हो रही है। घर बनाने में लाखों रुपए लगाने के बाद भी अगर सीवर ना हों, नालियां टूटी हों, गली में गंदा पानी बहता हो तो दिल्ली के लोगों का दिल दुखना बहुत स्वाभाविक है।’’

केजरीवाल पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जो लोग दिल्ली के लोगों से विश्वासघात करके, झूठी कसमें खा कर अपने लिए शीश महल बनवा लेते हैं…जब यह आपदा जाएगी, भाजपा आएगी तो इन सारी समस्याओं का समाधान भी किया जाएगा।’’

प्रधानमंत्री ने दिल्ली सरकार पर स्कूली शिक्षा व्यवस्था को भी ‘बहुत नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया और कहा कि हालत यह है की समग्र शिक्षा अभियान के तहत जो पैसे भारत सरकार ने दिए, उसके आधे भी वह खर्च नहीं कर सकी।

उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में ऐसी सरकार बैठी है, जिसको दिल्ली के बच्चों के भविष्य की परवाह नहीं है…भारत सरकार के दिए आधे पैसे भी पढ़ाई के लिए खर्च नहीं कर पाए।’’

उन्होंने केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘बीते 10 वर्षों से दिल्ली एक बड़ी ‘आप-दा’ से घिरी है। अन्ना हजारे जी को सामने करके कुछ कट्टर बेईमान लोगों ने दिल्ली को आप-दा में धकेल दिया। शराब के ठेकों में घोटाला, बच्चों के स्कूल में घोटाला, गरीबों के इलाज में घोटाला, भर्तियों के नाम पर घोटाला… ये लोग दिल्ली के विकास की बात करते थे, लेकिन ये लोग आप-दा बनकर दिल्ली पर टूट पड़े हैं।’’

मोदी ने आप नेताओं पर ‘खुले आम’ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और कहा कि इसके साथ ही वे उसका महिमामंडन भी करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘एक तो चोरी, ऊपर से सीना जोरी। यह आप… यह आप-दा दिल्ली पर आई है। इसलिए दिल्ली वालों ने आपदा के विरुद्ध जंग छेड़ दी है। दिल्ली का वोटर, दिल्ली को आपदा से मुक्त करने की ठान चुका है। दिल्ली का हर नागरिक कह रहा है, दिल्ली का हर बच्चा कह रहा है, दिल्ली की हर गली से आवाज आ रही है कि आपदा को नहीं सहेंगे, बादल के रहेंगे।’’

प्रधानमंत्री ने कई बार ‘आपदा को नहीं सहेंगे, बादल के रहेंगे’ के नारे लगाए और उन्हें इसमें लोगों का भी साथ मिला।

भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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