सस्ती दवाओं से संवरेगी जिंदगिया.. जनऔषधि केंद्रों की संख्या 10 हजार से बढ़ाकर 25 हजार किये जाने का ऐलान

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  • Publish Date - August 15, 2023 / 05:16 PM IST,
    Updated On - August 15, 2023 / 05:19 PM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से बोलते हुए कहा कि (How To Open PM Jan Aushadhi Kendra) सरकार की ‘जन औषधि केंद्रों’ की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने की योजना है।

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मणिपुर के साथ पूरा देश

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कहा कि भारत मणिपुर के लोगों के साथ खड़ा है और विश्वास जताया कि वहां की समस्याओं का शांतिपूर्ण समाधान होगा। उन्होंने कहा कि मणिपुर में अशांति और हिंसा का दौर आया है और महिलाओं की गरिमा पर हमले की खबरें आ रही हैं, उन्होंने कहा कि मणिपुर के लोग पिछले कुछ समय से शांति बनाए रख रहे हैं और उन्होंने शांति की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने को कहा। उन्होंने कहा, “राज्य और केंद्र सरकार उन समस्याओं को हल करने के लिए मिलकर काम कर रही हैं और आगे भी करती रहेंगी।”

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विश्वकर्मा योजना की होगी शुरुआत

पीएम मोदी ने अपने भाषण में सरकार की नौ वर्षो की उपलब्धियों को सामने रखते हुए भविष्य की योजनाओं को शामिल किया। उन्होंने देश के भीतर पनप रहे परिवारवार की राजनीती पर भी बातें कही। विशेष रूप से, पीएम मोदी ने ‘विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना’ की घोषणा की, जिसका उद्घाटन आगामी विश्वकर्मा जयंती पर होगा। तो आइये जानते है क्या है यह विश्वकर्मा सम्मान योजना और कैसे यह देशभर के छोटे कारीगरों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है। दरअसल इस योजना के अंतर्गत सरकार आर्थिक सहायता, कौशल विकास, औजारों की पहुंच, डिजिटल सशक्तिकरण और लोन की सुविधा पहुंचाएगी। योजना पारंपरिक कारीगरों के लिए है जो स्किल्ड वर्क करते हैं। इस तरह बढ़ई, मूर्तिकार, लुहार, राजमिस्त्री आदि कारीगरों को इस योजना से फायदा होगा। (How To Open PM Jan Aushadhi Kendra) इससे उन्हें अपने उत्पाद के लिए बड़ा बाजार मिलेगा। पीएम मोदी ने बताया कि वे गांव में दो करोड़ दीदी को लखपति बनाने का सपना देख रहे हैं। इसके लिए उन्होंने नई योजना पर विचार करने का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस योजना के लिए 13 से 15 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे।गे बढ़ाने को कहा। उन्होंने कहा, “राज्य और केंद्र सरकार उन समस्याओं को हल करने के लिए मिलकर काम कर रही हैं और आगे भी करती रहेंगी।”

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