शिमला, 18 सितंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश के होटल व्यवसायियों का कहना है कि मस्जिदों में अनधिकृत निर्माण को लेकर विरोध-प्रदर्शन से सांप्रदायिक तनाव के कारण राज्य की राजधानी शिमला में पर्यटकों की आमद पर असर पड़ा है।
उन्होंने कहा कि विरोध-प्रदर्शन कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहे हैं, लेकिन इससे पर्यटन पर असर पड़ा है, क्योंकि कई पर्यटक शिमला आने से कतरा रहे हैं।
शिमला होटल एवं पर्यटन हितधारक संघ के अध्यक्ष एमके सेठ ने बुधवार को कहा, ‘सितंबर में सामान्यतः 40-50 प्रतिशत होटल भर जाते हैं, लेकिन इस वर्ष मौजूदा माहौल के कारण बुकिंग घटकर 10-20 प्रतिशत रह गई है।’
सेठ ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘यदि स्थिति बिगड़ती है तो हालात और बदतर हो सकते हैं, क्योंकि पर्यटक यात्रा के लिए शांतिपूर्ण जगहों की तलाश करते हैं।’
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के बाद पर्यटन उद्योग चरमरा गया है और पिछले साल मानसूनी बारिश ने कहर बरपाया, जिससे पर्यटन क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ।
तीस अगस्त को शिमला के मलयाणा क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय के एक नाई और एक अन्य स्थानीय व्यवसायी के बीच हाथापाई से शुरू हुआ विवाद सांप्रदायिक मुद्दे में बदल गया, जहां हिंदू समूहों ने अनधिकृत मस्जिदों को गिराने की मांग की, जबकि स्थानीय निवासी राज्य में आने वाले बाहरी लोगों की पहचान और सत्यापन को कह रहे हैं।
भाषा योगेश पारुल
पारुल
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उद्धव ठाकरे को भाजपा से नाता तोड़ने की गलती का…
7 hours ago