नयी दिल्ली, 11 मार्च (भाषा) मणिपुर से कांग्रेस सांसद अंगोमचा बिमल अकोइजम ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर मणिपुर की अनदेखी करने तथा वहां के संकट को कमतर करके पेश करने का आरोप लगाया और कहा कि राज्य में ‘‘भारत विरोधी भावनाएं’’ पैदा होने के लिए केंद्र सरकार और प्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं।
उन्होंने लोकसभा में कहा, ‘‘उम्मीद है कि एक दिन कह सकें कि हम सभी भारतीय हैं।’’
इनर मणिपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अकोइजम ने वर्ष 2024-25 के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों के दूसरे बैच, 2021-22 के लिए अतिरिक्त अनुदानों की मांगों और मणिपुर के संबंध में 2025-26 की अनुदानों की अनुपूरक मांगों पर चर्चा में भाग लिया।
अकोइजम ने कहा, ‘‘इस विधेयक पर मणिपुर विधानसभा में चर्चा होनी चाहिए थी।’’
मणिपुर में फिलहाल राष्ट्रपति शासन है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पहले इस बारे में बहुत बात की कि प्रधानमंत्री ने राज्य का दौरा नहीं किया…वह राज्य का दौरा करें या नहीं, अब कोई मतलब नहीं रह गया है।’’
अकोइजम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूक्रेन जाकर शांति की बात कर सकते हैं, लेकिन ‘‘अपने यहां नागरिकों को मारा-काटा गया तो वह बात नहीं करते’’।
उन्होंने आरोप लगाया कि बजट में मणिपुर पर कर्ज के बोझ को कम करने के लिए कुछ नहीं है तथा पिछले 21 महीनों के संकट के समाधान को लेकर कुछ नहीं किया गया है।
कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘हम केंद्र से अतिरिक्त धन की मांग कर रहे हैं। 60 हजार लोग विस्थापित हैं, बच्चे परेशान हैं।’’
अकोइजम ने कहा कि अगर बिहार और उत्तर प्रदेश में ऐसा संकट होता, तो क्या सरकार का यही रुख होता?
उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया, ‘‘आप हमारी पीड़ा को कमतर दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लोग हमारे राज्य और केंद्र के साथ रिश्तों के बारे में बात कर रहे हैं क्योंकि आपने ऐसी भावनाएं पैदा होने दीं।’’
अकोइजम ने कहा, ‘‘जब हजारों लोग पीड़ा झेल रहे हैं तो उसकी बात कीजिये। अगर गलती की है तो स्वीकार कीजिये…भारत विरोधी भावनाएं पैदा हुई हैं तो इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार जिम्मेदार है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि मणिपुर के लोगों का लगातार अपमान किया जा रहा है।
भाषा हक हक वैभव
वैभव
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)