गृह मंत्री शाह राजभाषा हीरक जयंती समारोह, चौथे अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन को संबोधित करेंगे |

गृह मंत्री शाह राजभाषा हीरक जयंती समारोह, चौथे अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन को संबोधित करेंगे

गृह मंत्री शाह राजभाषा हीरक जयंती समारोह, चौथे अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन को संबोधित करेंगे

:   Modified Date:  September 13, 2024 / 05:28 PM IST, Published Date : September 13, 2024/5:28 pm IST

नयी दिल्ली, 13 सितंबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को यहां राजभाषा हीरक जयंती समारोह और चौथे अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे।

हिंदी के राजभाषा बनने के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 14-15 सितंबर को भारत मंडपम में यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, शाह इस अवसर पर एक स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी करने के अलावा ‘राजभाषा भारती’ पत्रिका के हीरक जयंती विशेषांक का भी लोकार्पण करेंगे।

वह राजभाषा गौरव और राजभाषा कीर्ति पुरस्कार भी प्रदान करेंगे।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हिंदी और भारतीय भाषाओं के विकास तथा उनके बीच बेहतर तालमेल पर निरंतर जोर देते रहे हैं।

गृह मंत्री ने वर्ष 2019 में देश के विभिन्न शहरों में बृहद स्तर पर हिंदी दिवस आयोजित करने की संकल्पना की थी। इसी संकल्पना को साकार करते हुए 2021 में वाराणसी में हिंदी दिवस और पहला अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन आयोजित किया गया।

उसके बाद, 2022 में सूरत और 2023 में पुणे में हिंदी दिवस और क्रमश: दूसरा एवं तीसरा अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन आयोजित किया गया।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी में, हिंदी दिवस और चौथा अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन इसलिए भी खास मायने रखता है कि राजभाषा विभाग इस अवसर को हीरक जयंती के रूप में मना रहा है।

हिंदी के राजभाषा बनने की 75 वर्ष की यात्रा ने न केवल कई महत्वपूर्ण पड़ाव पार किए हैं बल्कि तकनीक के क्षेत्र में उत्तरोत्तर प्रगति भी की है।

दो दिवसीय चौथे अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में, 75 वर्षों में राजभाषा, जनभाषा और संपर्क भाषा के रूप में हिंदी की प्रगति पर गहन मंथन किया जाएगा।

इसके अलावा ‘भारत की सांस्कृतिक विरासत और हिंदी’ पर परिचर्चा होगी तथा तीन नये आपराधिक कानूनों — भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) 2023 पर भी एक सत्र होगा।

भाषा सुभाष अविनाश

अविनाश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)