जयपुर, छह जनवरी (भाषा) राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने सोमवार को कहा कि देश में कुछ राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) के कुछ मामले सामने आए हैं, लेकिन इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
खींवसर ने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस वर्ष 2001 से मौजूद है, लेकिन रोगियों पर इसका प्रभाव सामान्य रहा है तथा इस वायरस से मौत का कोई मामला और चिंताजनक स्थिति सामने नहीं आई है।
आधिकारिक बयान में खींवसर ने कहा कि प्रतिवर्ष की भांति सर्दी के मौसम को देखते हुए बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार आदि होने पर अस्पताल में चिकित्सक से परामर्श लें।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से सोमवार को इस वायरस के संबंध में सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें भी स्पष्ट किया गया है कि यह वायरस घातक नहीं है।
मंत्री ने कहा कि खांसी-जुकाम जैसे सामान्य लक्षणों के साथ सर्दी के मौसम में आमतौर पर कुछ मामले इस वायरस के सामने आते रहे हैं तथा विगत मार्च से दिसम्बर तक देशभर में नौ मामले चिन्हित हुए हैं।
चिकित्सा मंत्री ने कहा है कि केंद्र सरकार के अनुसार एचएमपी वायरस का प्रसार वर्तमान में नगण्य है लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर प्रदेशभर में चिकित्सा अधिकारियों को सजग एवं सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, जांच, उपचार सहित अन्य आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने को भी कहा गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य में वर्तमान में इस वायरस की प्रमाणिक जांच के लिए पांच वीआरडीएल लैब एम्स जोधपुर, सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर, आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर एवं एसएन मेडिकल कॉलेज जोधपुर में उपलब्ध हैं।
मंत्री ने कहा कि किसी भी अस्पताल में इस वायरस के लक्षणों से संबंधित गंभीर रोगी के सामने आने पर इन प्रयोगशाला में जांच करवाई जा सकती है।
खींवसर ने कहा है कि कोई भी निजी अस्पताल किसी रोगी में इस वायरस के संभावित लक्षण पाए जाने पर प्रमाणिक जांच के लिए नमूने इन वीआरडीएल लैब में ही भिजवाएं। साथ ही, इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को भी सूचित करें।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि डूंगरपुर का दो माह का एक बच्चा अहमदाबाद में उपचाराधीन है।
उन्होंने कहा कि समय पूर्व प्रसव से जन्मे इस बच्चे में एचएमपी वायरस के लक्षण सामने आए हैं, लेकिन बच्चे की स्थिति वर्तमान में सामान्य है।
राठौड़ ने बताया कि सर्दी, खांसी-जुकाम से पीड़ित यह बच्चा उपचार के दौरान अहमदाबाद के निजी अस्पताल में 26 दिसंबर को एचएमपी वायरस से संक्रमित पाया गया था।
अधिकारी ने बताया कि वह फिलहाल ठीक है तथा राजस्थान में अब तक इस वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है।
भाषा पृथ्वी कुंज नोमान
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