शिमला: कांग्रेस अपने राज्यसभा उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के हारसे अभी उबर भी नहीं पाई थी कि अब उनपर हिमाचल प्रदेश में सरकार को कायम रखने की नई चुनौती आ खड़ी हुई हैं। ना उम्मीदी के बीच राज्यसभा उम्मीदवार को में मिली जीत के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर राजभवन राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे हैं। तो क्या हिमाचल प्रदेश में सियासी उलटपलट की सम्भावना हैं? यह देखना दिलचस्प होगा।
गौरतलब हैं कि हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा चुनाव में वही हुआ, जिसका कांग्रेस को डर था यानी क्रॉस वोटिंग। इसका सीधे-सीधे फायदा हुआ बीजेपी को। ऐसे में पर्याप्त वोट होने के बावजूद कांग्रेस हार गई। कांग्रेस के ही 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन को जितवा दिया। ऐसे में अब कांग्रेस सरकार को विधायकों के छिटकने और बहुमत पर खतरे का डर सताने लगा हैं।
हिमाचल में कुल 68 विधानसभा सीटें हैं। बहुमत के लिए 35 सीटों की जरूरत होती है। 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 40 सीटें आई थीं। भाजपा को 25 सीटें मिली। 3 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस का दावा रहा है कि निर्दलियों का समर्थन भी हमारे पास है।
हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भाजपा विधायक दल के साथ राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मुलाकात की और सदन में वित्तीय बजट के लिए मत विभाजन की मांग की। pic.twitter.com/SridQ6ouEd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 28, 2024