नयी दिल्ली, एक जुलाई (भाषा) भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को स्पष्ट किया कि पिछले हफ्ते दिल्ली में हुई भारी बारिश बादल फटने का नतीजा नहीं थी।
आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने 28 जून को सुबह 5 से 6 बजे के बीच 91 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की। इसी तरह, लोधी रोड मौसम केंद्र ने सुबह 5 बजे से 6 बजे तक 64 मिमी और सुबह 6 बजे से 7 बजे तक 89 मिमी बारिश दर्ज की।
महापात्र ने कहा, ‘‘इन घटनाओं को बादल फटने की घटना नहीं कहा जा सकता, लेकिन यह बादल फटने की घटना जैसी ही थी।’’
मौसम की इस चरम घटना की वजह के बारे में आईएमडी ने पूर्व में कहा था कि बड़े पैमाने पर मानसून की मौसम प्रणालियों ने दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ऐसी स्थितियां बनाईं, जिसके परिणामस्वरूप 28 जून की सुबह तेज आंधी चली और भारी बारिश हुई।
सफदरजंग वेधशाला ने शुक्रवार को सुबह 8.30 बजे से पहले के 24 घंटों में 228.1 मिमी वर्षा दर्ज की, जो जून की औसत वर्षा 74.1 मिमी से तीन गुना अधिक है। बारिश की यह मात्रा 1936 के बाद से 88 वर्षों में जून के लिए सबसे अधिक है।
आईएमडी के अनुसार, एक दिन में 124.5 से 244.4 मिमी के बीच होने वाली वर्षा को बहुत भारी वर्षा कहा जाता है।
भाषा आशीष सुभाष
सुभाष
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