हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और केरल ने राज्य स्थापना दिवस मनाया |

हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और केरल ने राज्य स्थापना दिवस मनाया

हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और केरल ने राज्य स्थापना दिवस मनाया

:   Modified Date:  November 1, 2024 / 07:07 PM IST, Published Date : November 1, 2024/7:07 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

बेंगलुरु/भोपाल, एक नवंबर (भाषा) हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और केरल ने शुक्रवार को अपना स्थापना दिवस मनाया और इस मौके पर उनके मुख्यमंत्रियों ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे उनके राज्यों ने राष्ट्र निर्माण में बड़ा योगदान दिया है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन राज्यों की जनता को शुभकामनाएं दीं।

मध्यप्रदेश, कर्नाटक और केरल की स्थापना 1956 में आज के दिन हुई थी, वहीं हरियाणा की स्थापना एक नवंबर को ही 1966 में हुई थी। छत्तीसगढ़ को एक नवंबर 2000 को मध्यप्रदेश से अलग कर नया राज्य बनाया गया था।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के निवासियों को शुक्रवार को उनके स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं दीं।

मध्यप्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप 1956 में इसी दिन अस्तित्व में आये थे।

आज ही के दिन पंजाब और हरियाणा का गठन 1966 में हुआ था।

मुर्मू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और लक्षद्वीप के निवासियों को स्थापना दिवस पर मैं हार्दिक बधाई देती हूं।’’

उन्होंने लिखा, ‘‘मेरी मंगलकामना है कि इन सभी राज्यों तथा संघ राज्य क्षेत्रों के लोग देश की विकास यात्रा में योगदान देते रहें और उनका जीवन शांति और समृद्धि से परिपूर्ण रहे। मैं उनके, तथा सभी देशवासियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूं।’’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी शुक्रवार को इन राज्यों के लोगों को बधाई दी और उनके स्वस्थ व सफल जीवन की कामना की।

उन्होंने कहा कि ‘कन्नड राज्योत्सव’ बहुत विशेष अवसर है जो कर्नाटक की उत्कृष्ट संस्कृति और परंपराओं का उत्सव है।

मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक के बाद एक पोस्ट में इन सभी राज्यों की प्रगति की भी कामना की।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अपनी समृद्ध ऐतिहासिक विरासत के लिए विख्यात हमारे हरियाणा ने देश के विकास में हमेशा अहम योगदान दिया है। राज्य के स्थापना दिवस पर यहां की प्रगति में भागीदार अपने सभी भाई-बहनों को हार्दिक बधाई देने के साथ ही मैं उनके सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।’’

मध्यप्रदेश के लोगों को बधाई देते हुए मोदी ने कामना की कि प्राकृतिक संपदा और सांस्कृतिक विरासत से समृद्ध यह प्रदेश हर क्षेत्र में विकास के नित-नए मानदंड गढ़ता रहे।

छत्तीसगढ़वासियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘वैभवशाली लोक परंपरा और जनजातीय संस्कृति के अद्भुत संगम से सजा यह प्रदेश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ता रहे, यही कामना है।’’

इसी प्रकार केरल के नागरिकों को भी बधाई दी।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन राज्यों के लोगों को शुक्रवार को उनके राज्य स्थापना दिवस पर बधाई दी।

शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर सिलसिलेवार संदेशों में आशा व्यक्त की कि ये राज्य आने वाले वर्षों में प्रगति और विकास की यात्रा निर्बाध रूप से जारी रखेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘अपनी जीवंत संस्कृति और समृद्ध साहित्यिक परंपराओं के साथ, आंध्र प्रदेश ने राष्ट्र निर्माण में अपने अपार योगदान से भारत को गौरवान्वित किया है। कामना है कि राज्य विकास की नई ऊंचाइयों को छुए।’’

शाह ने कर्नाटक के ‘‘बहनों और भाइयों’’ को ‘‘राज्योत्सव’’ की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गौरवशाली विरासत के गौरवशाली उत्तराधिकारी के रूप में कर्नाटक के लोगों ने राष्ट्र के गौरव को बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य की निरंतर प्रगति के लिए प्रार्थना करता हूं।’’

शाह ने केरल के लोगों को राज्य के स्थापना दिवस के अवसर पर बधाई दी। केरल के राज्य के स्थापना दिवस को ‘‘पिरावी’’ के नाम से भी जाना जाता है।

‘‘वीरभूमि’’ हरियाणा के स्थापना दिवस पर वहां के निवासियों को शुभकामनाएं देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि राज्य के मेहनती किसान, राष्ट्र की रक्षा के लिए समर्पित जवान और ऊर्जावान खिलाड़ी देश की विकास यात्रा को गति देने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।

शाह ने छत्तीसगढ़ के लोगों को भी शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह राज्य आदिवासी संस्कृति और खनिज संपदा से भरपूर है।

गृह मंत्री ने मध्य प्रदेश के ‘‘सभी बहनों और भाइयों’’ को शुभकामनाएं दीं।

कर्नाटक के 69वें स्थापना दिवस के अवसर पर बेंगलुरु के श्री कांतीरवा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए सिद्धरमैया ने कहा कि कर्नाटक के साथ अन्याय हो रहा है।

उन्होंने बताया कि राज्य केंद्र सरकार को चार लाख करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व दे रहा है और महाराष्ट्र के बाद राजस्व देने वाला दूसरा सबसे बड़ा राज्य देश में कर्नाटक ही है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम चार लाख करोड़ से ज़्यादा राजस्व देते हैं, लेकिन हमें सिर्फ़ 55,000 करोड़ से 60,000 करोड़ ही मिल रहे हैं। कन्नड़ लोगों को यह बात पता होनी चाहिए। हमें अपने योगदान का सिर्फ़ 14 से 15 प्रतिशत ही मिल रहा है।’’

उन्होंने कहा कि संघीय व्यवस्था के तहत सिर्फ इसलिए कोई अन्याय नहीं होना चाहिए क्योंकि कर्नाटक एक प्रगतिशील राज्य है।

सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘सिर्फ इसलिए कि एक दुधारू गाय दूध दे रही है, हमें उसका पूरा दूध नहीं निकालना चाहिए। हमें बछड़े के लिए भी थोड़ा दूध छोड़ना चाहिए, नहीं तो वह कुपोषित हो जाएगा। यह बात किसी को कभी नहीं भूलनी चाहिए।’’

मुख्यमंत्री ने कन्नड़ भाषा पर गर्व करने और संभं‍व हो तो इसे रोजाना इस्तेमाल में लाने पर जोर दिया।

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शुक्रवार को प्रदेशवासियों समेत दुनिया भर में रहने वाले केरल के लोगों को राज्य के 68वें स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं दीं।

राज्यपाल खान ने सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ पर एक वीडियो संदेश में कहा कि राज्य गठन के बाद से केरल ने एक अनूठी विकास यात्रा तय की है, जिसमें उच्च मानव विकास सूचकांक और साक्षरता, स्वास्थ्य सेवा तथा जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय प्रगति शामिल है।

विजयन ने सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ पर पोस्ट में कहा कि केरल ने हमेशा लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय के मूल्यों को कायम रखा है।

विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन ने भी राज्य के 68वें स्थापना दिवस के अवसर पर केरलवासियों को शुभकामनाएं दीं।

उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘हमारा राज्य सदैव दूसरों के लिए आदर्श बना रहे।’’

वायनाड लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव लड़ रहीं प्रियंका ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर मलयालम भाषा में एक पोस्ट के जरिए केरलवासियों को स्थापना दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं दीं।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य स्थापना दिवस पर लोगों को बधाई देते हुए हुए अपने ‘एक्स’ हैंडल पर लिखा है, ‘‘हमारा छत्तीसगढ़ निरंतर प्रगति और खुशहाली के पथ पर अग्रसर रहे, धान का यह कटोरा सदैव भरा रहे, यही कामना है। आइये, राज्योत्सव के इस अनुपम अवसर पर अपने-अपने घरों में दीप प्रज्वलित कर दीपोत्सव के साथ राज्योत्सव मनाएं। जय जोहार, जय छत्तीसगढ़।’’

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी राज्य स्थापना दिवस पर लोगों को बधाई दी।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने ‘सीमा शहीद दिवस’ के अवसर पर श्रद्धांजलि देते हुए राज्य में तमिल भाषी क्षेत्रों को शामिल करने के लिए हुए संघर्ष में योगदान देने वालों को याद किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई और टीवीके संस्थापक विजय ने कहा कि तमिलनाडु की मौजूदा भौगोलिक सीमाओं का रेखांकन आज के दिन किया गया था जब एक नवंबर, 1956 को भाषाई आधार पर राज्यों का पुनर्गठन किया गया था। उन्होंने कहा कि इस दिन को ‘तमिलनाडु दिवस’ के रूप में मनाया जाना चाहिए।

स्टालिन नीत द्रमुक सरकार ने पिछले साल घोषणा की थी कि 18 जुलाई को तमिलनाडु दिवस के रूप में मनाया जाएगा क्योंकि मद्रास प्रेसीडेंसी का नाम तमिलनाडु करने के लिए 18 जुलाई, 1967 को तत्कालीन मुख्यमंत्री सी एन अन्नादुरई ने विधानसभा में एक प्रस्ताव रखा था।

मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को ‘एक्स’ पर कहा कि ‘‘एक नवंबर उत्तर और दक्षिण में तमिलनाडु की सीमाओं की रक्षा करने वाले शहीदों के बलिदान को याद करने का दिन है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं सीमा शहीद दिवस पर तमिल प्रभाव वाले क्षेत्रों और तमिलभाषियों के क्षेत्रों को तमिलनाडु में शामिल करने के लिए संघर्ष करने वाले सभी लोगों के प्रति मेरी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।’’

अन्नामलाई ने प्रदेश भाजपा की ओर से ‘तमिलनाडु दिवस’ पर बधाई देते हुए कहा कि यह (राज्य) मौजूदा सीमाओं के साथ इस दिन प्रभाव में आया था।

पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगासामी ने कहा कि सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश की शांतिपूर्ण छवि बनाए रखने के लिए कदम उठाए हैं।

भाषा वैभव धीरज

धीरज

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)