Grandmother’s house used to send children: नई दिल्ली। यह बात 19 वीं सदी की है। पुराने समय में लोग अपने छोटे बच्चों को पार्सल के जरिए दादी- नानी के घर भेजा करते थे। सुनने में ये बात आपको कुछ अटपटी जरूर लग सकती है वहीं इस बात पर यकीन करना पल भर के लिए मुश्किल भी होगा लेकिन ये सच है।
लेकिन यह बात वाकई सच है। यह बात हो रही विकसित देश अमेरिका की। यहां पुराने समय में बच्चों को दादी- नानी के घर इसी तरह भेजा जाता था। इसकी वजह जान आप दंग रह जाएंगे। दरअसल ऐसा करने की पीछे वजह पैसों को बचाना था।
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Grandmother’s house used to send children: मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 19वीं सदी में अमेरिका जैसे विकसित देश में बच्चों को ट्रेन से यात्रा करवाना महंगा पड़ता है। यही वजह थी कि लोगों ने बच्चों को दादी- नानी के घर पहुंचाने के लिए नया तरीका खोज निकाला। बच्चों को पार्सल के जरिए दादी- नानी के घर भेजा जाने लगा। ऐसा करना लोगों के लिए किफायती था। साल 1913 के शुरुआत में अमेरिकी पार्सल पोस्ट सर्विस में पैकेज भेजने के कुछ नियम थे। इन्हीं नियमों के तहत लोग बच्चों को आसानी से पार्सल कर भेजने लगे।