देहरादून: Govt Employees Compulsory Retirement Latest News शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लेते हुए 60 से अधिक शिक्षकों को जबरन रिटारमेंट दे दिया है। इस संबंध में आदेश जारी होते ही पूरे शिक्षा महकमे में हड़कंप मच गया है। वहीं आदेश के साथ जबरन रिटायर किए गए शिक्षकों की सूची जारी होते ही प्राथमिक शिक्षक संघ ने विरोध जताना शुरू कर दिया है। शिक्षक संघ ने विभाग के इस फैसले का विरोध जताते हुए आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
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Govt Employees Compulsory Retirement Latest News मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग ने हाल में एक सूची तैयारी की थी, जिसमें लंबी बीमारी से स्कूल में अनुपस्थित शिक्षकों की जानकारी मांगी गई थी। सूची तैयार होने के बाद शिक्षा विभाग ने लंबे समय से गंभीर बीमारी से ग्रसित शिक्षकों की छुट्टी कर दी है।
जारी सूची के अनुसार गंभीर बीमारी के चलते लिए गए स्थानांतरण और छुट्टियों के आधार पर करीब साठ शिक्षकों का चयन किया गया है, जिसमें सबसे ज्यादा शिक्षक रायपुर ब्लॉक के हैं। जबकि, विकासनगर के भी बड़ी संख्या में शिक्षक इस सूची में शामिल हैं। इसके अलावा चकराता और डोईवाला के भी काफी शिक्षक हैं।
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शिक्षा विभाग के इस आदेश के बाद शिक्षक संघ में आक्रोश देखने को मिल रहा है। प्राथमिक शिक्षक संघ ने इसका विरोध करते हुए कहा कि एक तो यह शिक्षक पहले ही बीमारी और इलाज के खर्च से परेशान हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग ने जबरन रिटायरमेंट का फरमान सुनाकर उनकी तकलीफ को बढ़ा दिया है।
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जिला शिक्षा अधिकारी-बेसिक प्रेमलाल भारती की ओर से रायपुर, सहसपुर, विकासनगर, डोईवाला, चकराता और कालसी ब्लॉक के उप शिक्षा अधिकारियों को इन शिक्षकों की सूची भेजी गई है। इनका दस साल का परीक्षाफल, गोपनीय आख्या, दस साल में लिए गए अवकाश का विवरण, इनके खिलाफ हुई कार्रवाई, मानसिक एवं शारीरिक अस्वस्थता के अभिलेख और वर्तमान स्थिति का विवरण भी देना होगा।