कृषि कानूनों पर रोक लगाने को राजी हुई सरकार ! सरकार के इस प्रस्ताव पर 22 जनवरी को किसान संगठन देंगे जवाब | Government agrees to ban agricultural laws! Farmers' organizations will reply on the government's proposal on January 22

कृषि कानूनों पर रोक लगाने को राजी हुई सरकार ! सरकार के इस प्रस्ताव पर 22 जनवरी को किसान संगठन देंगे जवाब

कृषि कानूनों पर रोक लगाने को राजी हुई सरकार ! सरकार के इस प्रस्ताव पर 22 जनवरी को किसान संगठन देंगे जवाब

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:02 PM IST
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Published Date: January 20, 2021 2:49 pm IST

नई दिल्ली। कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आज हमारी कोशिश थी कि कोई निर्णय हो जाए। किसान यूनियन क़ानून वापसी की मांग पर थी और सरकार खुले मन से क़ानून के प्रावधान के अनुसार विचार करने और संशोधन करने के लिए तैयार थी। सुप्रीम कोर्ट ने कुछ समय के लिए कृषि सुधार क़ानूनों को स्थगित किया है। सरकार 1-1.5 साल तक भी क़ानून के क्रियान्वयन को स्थगित करने के लिए तैयार है। इस दौरान किसान यूनियन और सरकार बात करें और समाधान ढूंढे। किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि सरकार के प्रस्ताव पर कल हम अपने नेताओं के साथ विचार करेंगे और 22 जनवरी को दोपहर 12 बजे बैठक में आएंगे और आपको निर्णय से अवगत कराएंगे।

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केंद्र सरकार और किसानों के बीच 10वें दौर की बैठक समाप्त हो गई है, अगली बैठक 22 जनवरी को होगी। सरकार ने कहा है कि हम कोर्ट में एफिडेविट देकर क़ानून को 1.5-2 साल तक होल्ड पर रख सकते हैं। कमेटी बनाकर चर्चा करके, कमेटी जो रिपोर्ट देगी, हम उसको लागू करेंगे।  यह बात किसान नेता ने बताई है। उन्होंने कहा कि हम 500 किसान संगठन हैं, कल हम सबसे चर्चा करके 22 जनवरी को अपना जवाब देंगे। 

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किसान नेता ने बताया कि बैठक में तीनों कानूनों और एमएसपी पर बात हुई। सरकार ने कहा हम 3 कानूनों का एफिडेविट बनाकर सुप्रीम कोर्ट को देंगे और हम 1.5-2 साल के लिए रोक लगा देंगे। एक कमेटी बनेगी जो 3 क़ानूनों और एमएसपी का भविष्य तय करेगी। किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा कि सरकार के इस प्रस्ताव पर हम इस पर विचार करेंगे। 

 
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