गोवा सरकार सेंट फ्रांसिस जेवियर से जुड़े कार्यक्रम में समर्पित पोर्टल की शुरुआत करेगी |

गोवा सरकार सेंट फ्रांसिस जेवियर से जुड़े कार्यक्रम में समर्पित पोर्टल की शुरुआत करेगी

गोवा सरकार सेंट फ्रांसिस जेवियर से जुड़े कार्यक्रम में समर्पित पोर्टल की शुरुआत करेगी

:   Modified Date:  August 31, 2024 / 01:50 PM IST, Published Date : August 31, 2024/1:50 pm IST

पणजी, 31 अगस्त (भाषा) गोवा सरकार नवंबर में सेंट फ्रांसिस जेवियर के पवित्र अवशेषों की दसवार्षिक प्रदर्शनी के लिए तीर्थ केंद्र स्थापित करेगी और ‘आर्चडायोसिस ऑफ गोवा’ के सहयोग से एक समर्पित पोर्टल शुरू करेगी।

इस प्रमुख आध्यात्मिक आयोजन में विश्व भर से लाखों ईसाई भाग लेते हैं।

पुराने गोवा के ‘बेसिलिका ऑफ बोम जीसस’ में रखे गए पवित्र अवशेषों को एक शोभायात्रा निकालकर ‘से कैथेड्रल चर्च’ ले जाया जाएगा, जहां उन्हें इस वर्ष 21 नवंबर से पांच जनवरी, 2025 तक 45 दिन के लिए उपासना हेतु रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस साल पोप फ्रांसिस को भारत आने का निमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा कि पोप को भी प्रदर्शनी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने दसवार्षिक प्रदर्शनी की तैयारियों की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करने के बाद कहा कि ‘आर्चडायोसिस ऑफ गोवा’ के साथ मिलकर तीर्थयात्रियों के लिए एक समर्पित पोर्टल शुरू किया जाएगा।

सावंत ने कहा, ‘‘यह पोर्टल तीर्थयात्रियों, खासकर बीमार और दिव्यांगजनों को आवास बुक करने और व्यवस्थित कतार प्रबंधन विकल्पों के साथ अपनी यात्रा का प्रबंधन करने में मदद करेगा। चर्च क्षेत्र के आसपास तीर्थयात्री केंद्र स्थापित किए जाएंगे। सेंटा मोनिका चर्च में गोवा के 65 कलाकारों की एक कला प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी।’’

प्रदर्शनी सचिवालय समिति के अध्यक्ष आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) के अधिकारी संदीप जैक्स ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि तैयारियां जोरों पर हैं और सभी विभागों को समयसीमा के भीतर काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।

जैक्स ने कहा, ‘‘बुनियादी ढांचे संबंधी सारा काम राज्य लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है, जो इसे युद्धस्तर पर पूरा करेगा।’’

उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में भाग लेने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 2014 की तुलना में अधिक होगी।

प्रदर्शनी समिति के संयोजक फादर हेनरी फाल्काओ ने कहा कि पोप फ्रांसिस ने इस आध्यात्मिक कार्यक्रम के लिए ‘‘आशा के तीर्थयात्री’’ विषयवस्तु चुनी है।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए एक विशेष ‘लोगो’ तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि विषय वस्तु और ‘लोगो’ का उद्देश्य दुनिया के चारों कोनों में प्रेम, आशा और शांति का संदेश फैलाने की हर ईसाई की जिम्मेदारी पर केंद्रित है।

भाषा सिम्मी नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

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