वैश्वीकरण से स्थानीय विकास को बढ़ावा मिले: मिश्र | Globalization promotes local development: Mishra

वैश्वीकरण से स्थानीय विकास को बढ़ावा मिले: मिश्र

वैश्वीकरण से स्थानीय विकास को बढ़ावा मिले: मिश्र

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:27 PM IST
,
Published Date: December 18, 2020 10:37 am IST

जयपुर, 18 दिसम्बर (भाषा) राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने सतत विकास की ऐसी सोच पर काम करने पर जोर दिया है जिसमें वैश्वीकरण से स्थानीय विकास को बढ़ावा मिले।

मिश्र ने कहा कि वैश्वीकरण का लाभ तभी मिल सकता है जब स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों के समुचित प्रबंधन के साथ उससे जुड़़े जोखिमों के उचित प्रबंधन पर भी ध्यान दिया जाए।

मिश्र शुक्रवार को यहां मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय द्वारा वैश्वीकरण से स्थानीय विकास विषयक ‘इंडिया इंटरनेशनल वर्चुअल कॉन्फ्रेंस’ को संबोधित कर रहे थे।

राज्यपाल ने भारतीय संस्कृति की ‘वसुधैव कुटुम्बकम‘ की सोच के साथ कार्य करने का आह्वान करते हुए कहा कि वैश्वीकरण के अंतर्गत केवल भौतिक प्रगति और विकास ही महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि मानव कल्याण सर्वोपरि होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वही विकास टिकाऊ और कारगर होता है, जिसमें मनुष्य का जीवन सुखी और मनुष्य मन से समृद्ध हो।

उन्होंने कहा कि वैश्विक विकास के बहाने पृथ्वी की पारिस्थतिकी न बिगड़े, कोई राष्ट्र व्यक्ति की अस्मिता, मानव सम्पदा का नुकसान न करे। इस पर सभी स्तरों पर विचार करते हुए विश्व स्तर पर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने वैश्वीकरण से स्थानीय सतत विकास में सामाजिक, आर्थिक के साथ पर्यावरणीय पहलुओं का मानव हित में समन्वय करते हुए कार्य करने का भी आह्वान किया।

उन्होंने सतत विकास के लिए आर्थिक विकास वृद्धि पर ही नहीं बल्कि समानता के साथ ऐसे कार्यों पर अधिक ध्यान देने पर जोर दिया जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ सभी की बेहतरी के लिए पहल हो सके।

उन्होंने कोरोना वायरस महामारी की चर्चा करते हुए कहा कि यह ऐसा समय है जब विश्व स्तर पर एकमत होकर धरती और उस पर रहने वालों के संरक्षण को ध्यान में रखते अधिक से अधिक कार्य होने चाहिए।

इस अवसर पर राज्यपाल ने इंडिया इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस स्मारिका का लोकार्पण भी किया। उन्होंने आरम्भ में संविधान उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का सभी को वाचन करवाया।

इण्डिया इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और केप टाउन, साउथ अफ्रीका यूनिवर्सिटी के प्रो. माइकल मीडोज ने वैश्वीकरण के खतरों का उल्लेख करते हुए सन्तुलित विकास के लिए कार्य करने पर जोर दिया।

भाषा कुंज पृथ्वी अमित

अमित

अमित

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)