Love Jihad case in kasganj : ‘लव जिहाद’ का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार धर्म के नाम पर लोगों को फंसाया जा रहा है। यूपी के कासगंज में 15 जुलाई को हुए लव जिहाद मामले में नया मोड़ सामने आया है। रेप का आरोप लगाने वाली लड़की कोर्ट में अपने ही बयानों से मुकर गई। हिंदूवादी नेता और एसपी के हस्तक्षेप के बाद मामले में FIR दर्ज की गई थी।
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कोर्ट में जब सुनवाई हुई तो मामला साफ हो गया। लड़की ने बताया कि उसे प्रिंस को दुष्कर्म मामले में फंसाने के लिए बीजेपी युवा मोर्चा के जिलाउपध्याक्ष अमन चौहान सहित दो युवकों ने हायर किया था। दरअसल, उनका अमन चौहान का प्रिंस कुरैशी के साथ पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद हो गया था। इसी बात से गुस्सा होकर अमन ये षड्यंत्र रच डाला।
उसने बताया कि उसे मुस्लिम लड़के प्रिंस कुरैशी को दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाने के लिए हायर किया गया था। पुलिस ने इस आरोप में बीजेपी युवा मोर्चा के जिलाउपध्याक्ष अमन चौहान सहित दो युवकों को अरेस्ट कर न्यायालय में पेश किया। लेकिन यहां से उन्हें आग्रिम जमानत मिल गई है। मामला कासगंज जनपद के गंजडुंडवारा थाना क्षेत्र के कस्बा का है। यहां 15 जुलाई को दिल्ली की रहने वाली महिला ने गंजडुंडवारा कस्बे के ही रहने वाले एक विशेष समुदाय के युवक प्रिंस कुरैशी पर नाम बदलकर दुष्कर्म करने आरोप लगाया था।
महिला के मुताबिक, एक युवक ने पहले मोनू गुप्ता बनकर उससे फेसबुक के जरिए दोस्ती की। फिर मोबाइल नंबर एक दूसरे से शेयर किए। दोनों फोन पर भी बात करने लगे और आगे की योजना भी बनाने लगे थे। इसी बीच 15 जुलाई को मोनू से मिलने वह दिल्ली से गंजडुंडवारा चली आई। यहां पर लाल रंग की कार में मोनू ने उसे बैठाया। तभी मोनू के मोबाइल पर उसकी मां फोन आया। जैसे ही उसने ‘अम्मी जान’ करके बात की, तो महिला को पता चला कि मोनू मुस्लिम है और उसका असली नाम प्रिंस कुरैशी है। महिला ने आरोप लगाया कि मोनू ने उसके साथ दुष्कर्म भी किया।