नयी दिल्ली, चार जुलाई (भाषा) पूर्वी दिल्ली में बच्चों के एक अस्पताल में लगभग एक महीने पहले आग लगने की घटना में झुलसी बच्ची अब भी अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रही है।
बच्ची के पिता ने बताया कि उसकी बेटी को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
बच्ची के माता-पिता राकेश और करिश्मा ने उस भयावह रात को याद करते हुए कहा कि उन्हें याद है जब वे अस्पताल की बालकनी के बाहर खड़े होकर यह जानने की कोशिश हर रहे थे कि उनका पहला बच्चा जीवित है या नहीं।
पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार इलाके में 26 मई को ‘बेबी केयर न्यू बोर्न’ अस्पताल में आग लगने की घटना में सात शिशुओं की मौत हो गई थी और पांच बच्चे झुलस गए थे। पांच में से चार बच्चों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी।
बच्ची के पिता राकेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आग लगने की घटना के बाद मेरी बेटी को अभी भी सांस लेने में दिक्कत हो रही है। हालांकि, उसके शरीर पर जलने के निशान ठीक हो रहे हैं। उसका अभी भी चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में इलाज जारी है।’’
राकेश ने कहा कि वह अपनी बच्ची के भविष्य को लेकर चिंतित हैं और उन्होंने उसे जलने के निशानों के बारे में कभी नहीं बताने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि वह उन माता-पिता के लिए भी न्याय चाहते हैं जिन्होंने आग की घटना में अपने बच्चों को खो दिया है।
राकेश ने कहा, ‘‘फिलहाल, मैं और मेरी पत्नी अस्पताल में अपना पूरा समय दे रहे हैं। हम दोनों ने अपने काम से छुट्टी ले ली है और उसकी सेहत पर ध्यान दे रहे हैं।’’
पुलिस ने पहले कहा था कि घटना की जांच के दौरान उसे पता चला कि अस्पताल का लाइसेंस समाप्त होने के बावजूद भी इसका संचालन किया जा रहा था।
भाषा रवि कांत रवि कांत देवेंद्र
देवेंद्र
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)